पारम्परिक तकनीक शोधार्थी दिनेश सुथार, गौरव शर्मा ने बताया कि पारम्परिक तकनीक में नीम के तेल में कपूर मिलाकर दीपक जलाया जाए तो प्रति मिनट 14 मच्छर मरते हैं। दूसरे शोधकार्य का विषय सार्वजनिक स्थानों पर पानी का अपव्यय, पुन: उपयोग रहा। इसमें शोधार्थी भवानी सिंह देपावत व जयकिशन सुथार ने बताया कि वर्षा जल व आरओ का व्यर्थ जल व साबुन का पानी नालियों में बहा दिया जाता है।प्रयोग में सिद्ध किया कि साबुन के पानी के उपयोग से गेहूं के ज्वारों में वृद्घि नल के पानी की तुलना अधिक हुई। जिला समन्वयक डॉ. मोहम्मद फारुक के अनुसार निर्णायक डॉ. त्रिभुवन शर्मा रहे।