अब एक बार फिर इस सेंटर को स्वायत्तशासी बनाने को लेकर चर्चा शुरू हो गई है और जयपुर में सोमवार को बैठक भी हो चुकी है। बैठक में इसे लेकर कमेटी का गठन, प्रावधान, बजट, मैनेजमेंट एवं व्यवस्था संचालित करने की रूपरेखा पर विचार किया गया।
लेकिन बैठक में अभी तक स्वायत्तशासी बनाने पर मुहर नहीं लगी है। बैठक में स्वास्थ्य सचिव वैभव गालरिया, अतिरिक्त निदेशक, वित्तीय सलाहकार मेडिकल शिक्षा, ओएसडी मेडिकल शिक्षा सहित एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. एचएस कुमार उपस्थित थे।
अब फिर तैयार होने लगी योजना
स्वायत्तशासी बनने के बाद कमेटी ही नियुक्तियों से लेकर जांच-उपचार की दर तय करने का अधिकार रखेंगी। हार्ट हॉस्पिटल को एक सोसायटी से संचालित करने के लिए पूर्व में भी कांग्रेस तथा भाजपा सरकार के कार्यकाल में स्वायत्तशासी बनाने की योजना हुई थी। लेकिन उस समय जनप्रतिनिधियों के विरोध के बाद इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। अब एक बार फिर इसे अमलीजामा पहनाने की तैयारियां चल रही है।
सेंटर में यह सुविधा
हार्ट हॉस्पीटल में इस समय एंजियोग्राफी जांच से बाइपास सर्जरी तक की सुविधा मरीजों को मिल रही है। इसके अलावा कोरोनरी एंजियोप्लास्टी, बैलून वेल्वो प्लास्टी, पल्मनरी एंड ट्राइक्युस्पिड वाल्व के ऑपरेशन, परमानेंट पेसमेकर इंस्टालेशन, एमसीआर, एवीआर, एएसडी, वीएसडी, पीडी, क्लोजर आदि की सुविधाएं मरीजों को मिल रही है।
कैंसर हॉस्पीटल से की गई तुलना
प्राचार्य डॉ. एचएस कुमार ने बताया कि बैठक में हॉर्ट हॉस्पीटल को स्वायत्तशासी क्यों बनाया जाए और इससे क्या फायदा होगा, इन मुद्दों को लेकर मंथन किया गया। साथ ही कैंसर सेंटर से इस हार्ट सेंटर की तुलना की गई। बैठक में यह बात सामने आई की कैंसर सेंटर को केन्द्र सरकार से आर्थिक सहायता मिलती है।
जबकि हार्ट हॉस्पीटल को केन्द्र से कोई आर्थिक मदद नहीं मिलती है। अगर केन्द्र से आर्थिक मदद नहीं मिलेगी तो फिर हार्ट सेंटर को स्वायत्तशासी बनाने का कोई फायदा नहीं है। इन सभी मुद्दों पर मंथन करने के बाद निर्णय हुआ कि एकबार फिर हार्ट हॉस्पीटल को स्वायत्तशासी बनाने के बारे में नए सिरे से जानकारी मांगी है।
प्राचार्य देंगे जानकारी सेंटर को स्वायत्तशासी बनाने के संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। कॉलेज प्राचार्य बैठक में गए हैं। इस बारे में वे ही अधिक जानकारी दे सकते हैं।
डॉ. पीके बैरवाल, अधीक्षक पीबीएम अस्पताल
हार्ट सेंटर को स्वायत्तशासी बनाने के विरोध में ५२ संस्थाओं की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें इस प्रस्ताव का विरोध किया जाएगा। फिर भी सरकार ने अनसुना किया तो संभाग स्तर पर जनआंदोलन किया जाएगा।
महावीर पुरोहित, राष्ट्रीय मंत्री, राष्ट्रीय किसान संगठन
महावीर पुरोहित, राष्ट्रीय मंत्री, राष्ट्रीय किसान संगठन