प्रांतीय पर्यवेक्षक एवं प्रदेश मंत्री रवि आचार्य ने कहा कि सही दिशा में कर्म के प्रति जागरूक होने से ही शिक्षक समाज को नई दिशा दे सकता है। प्रदेश संयुक्त मंत्री सुरेश व्यास ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल बालकों का बौद्धिक विकास करना नहीं है, अपितु उसका सर्वांगीण विकास करना है। जिला संगठन मंत्री लेखराम गोदारा ने शिक्षकों व बालकों के हित को सर्वोपरि बताया। सम्मेलन में भंवरलाल कस्वां, गौरीशंकर, रामेश्वरलाल कस्वां, दयाशंकर शर्मा, त्रिपुरारी चतुर्वेदी, हनुमान कड़वासरा, दौलतराम गोदारा, अनिल सोनी, नरेन्द्र आचार्य, सुगनाराम गुरिया, मोहनलाल भादू, शीशराम पूनियां, ओमप्रकाश शर्मा, कन्हैयालाल जाखड़ नेमचन्द मारू आदि ने सम्बोधित किया।