
अवैध खनन रोकने, पानी व बिजली देने और अतिवृष्टि पर राहत देने में प्रशासन विफल
श्रीकोलायत. अतिवृष्टि पर राहत की मरहम लगाने, अवैध खनन को रोकने, सड़क हादसों में कमी लाने और नहरी पानी और बिजली देने में जिला प्रशासन को विफल करार देते हुए देवीसिंह भाटी ने समर्थकों के साथ शनिवार को थाने का घेराव किया। उन्होंने एक दिन पहले ही बिजली कटौती से परेशान आमजन और किसानों के हाइवे जाम आंदोलन को लेकर मुकदमा दर्ज करने पर भी आक्रोश जताया। भाटी ने जनहित से जुड़े मुद्दों में शासन-प्रशासन के विफल रहने पर संबंधित विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए प्रार्थना पत्र भी दिया।
थाने पहुंच की सवालों की बौछार
भाटी समर्थकों के साथ दोपहर 12 बजे कोलायत पहुंचे। उन्होंने पुलिस थाना में मौजूद अधिकारियों से कहा कि अतिवृष्टि के दौरान बारिश से किसानों व ग्रामीणों का नुकसान होने पर इसके लिए दोषी विभाग व संबंधित अधिकारियों को क्या नोटिस दिए थे? टूटी सड़कों व बर्म से होने वाले सड़क हादसों में लोगों की जान जाती है। इसके लिए जिम्मेदार सार्वजनिक निर्माण विभाग के दोषी अधिकारियों को नोटिस देने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जाती है क्या? नहर में पूरा पानी नहीं मिलने और बिजली आपूर्ति नहीं मिलने से किसानों की फसल झुलस गई, तो इसके लिए नहर विभाग के अधिकारियों को नोटिस दिए क्या ? कोलायत और बज्जू क्षेत्र में जिप्सम एवं बजरी का सरेआम अवैध खनन हो रहा है। इसके लिए जिम्मेदार खनन विभाग के दोषी अधिकारियों पर कभी कार्रवाई की गई क्या?
प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कागजात सौंपे
भाटी ने सिंचाई विभाग, पीडब्लूडी, खनिज विभाग, बिजली विभाग की विफलताओं से आमजन व किसानों को नुकसान होने, राहगीरों व यात्रियों की जान जोखिम डालने, अवैध खनन के लिए जिम्मेदार खनिज विभाग के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पुलिस अधिकारियों को प्रार्थना पत्र व कागजात सौंपे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्यारे लाल, पुलिस उप अधीक्षक अरविंद बिश्नोई, कोलायत एवं बज्जू थानाधिकारी भूप सिंह जाब्ते के साथ थाने में मौजूद रहे। अधिकारियों ने परिवाद लेकर उच्च स्तरीय जांच करने का भरोसा दिया।
धरने पर बैठे समर्थक
भाटी समर्थकों के थाने के घेराव व पुलिस अधिकारियों से वार्ता के दौरान बड़ी संख्या में लोग धरने पर बैठे रहे। इनमें बज्जू के खींवसिंह भाटी, बालूराम खीचड़, मनोहर भादू, मदनसिंह भाटी, धीरेंद्र सिंह, अनोपाराम नाई, रामकुमार गोदारा, सुजान सिंह सोढ़ा, कोलायत के जय सिंह, मनोहर सिंह, गज्जे सिंह, शिव सिंह, दीपाराम गेधर, हरजीराम मेघवाल, पवन जोशी, ओमदान चारण, करनीसिंह भाटी, मनोहर सिहाग, ओमराम घाट, मूला महाराज, भूराराम मेघवाल आदि शामिल रहे। दूसरी तरफ अंशुमान सिंह भाटी तथा मगेज सिंह भाटी ने बताया कि हाइवे एनएच 11 पर टोल प्रशासन की ओर से सड़क पर खड़े ट्रक को हटवा दिया जाता, तो एक दिन पहले ही दुर्घटना में एक शख्स की जान नहीं जाती।
Published on:
27 Aug 2023 01:11 am
बड़ी खबरें
View Allबीकानेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
