
To prevent the recurrence of rail accidents
बीकानेर. अमृतसर में हुए रेल हादसे के बाद रेल प्रशासन हरकत में आया है। उत्तर पश्चिम रेलवे बीकानेर मंडल में जहां भी पटरियों के समीप चोर रास्ते हैं, उन्हें बंद करने के लिए रेलवे प्रशासन फिर से कवायद शुरू कर दी है, ताकि अमृतसर जैसे हादसे की पुनावृत्ति से बचा जा सके। इसके लिए रेलवे बीकानेर मंडल के अलग-अलग स्टेशनों के पास इंजीनियरिंग शाखा से ऐसे रास्ते चिन्हित कराकर बंद कराएगा।
हालांकि शहरी क्षेत्र में समय-समय पर एेसे शॉर्टकट रास्ते बंद करने के पूर्व में कई बार प्रयास कर चुका है। इसके बावजूद अभी भी कई स्थानों पर रेल टै्रक के आसपास छोटे-छोटे रास्ते खुले हुए हैं। जहां से लोगों की आवाजाही होती है। लंबे समय से पटरियों के दोनों ओर दीवार बनवाने का प्रयास भी चल रहे हैं।
यहां पर है चोर रास्ते
कोटगेट रेलवे फाटक से चौखूंटी फाटक तक कई चोर रास्ते हैं। इनमें दिनभर लोगों की आवाजाही होती है। चौखूंटी फाटक बंद करने के बाद रेलवे ने दीवार बनवाई थी, लेकिन यहां भी चोर रास्ते बन गए। चौखूंटी से बाबूलाल फाटक की ओर जाने वाले रास्ते में भी ऐसे रास्ते हैं, जिनसे लोग रेलवे ट्रैकपार करते हैं।
सिरे नहीं चढ़ी योजना
रेलवे फाटक के नीचे से गुजरने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके, इसके लिए रेलवे ने कोटगेट व सांखला फाटक पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई थी, जो अभी तक सिरे नहीं चढ़ पाई। इन फाटकों के समीप सड़क पर फुटकर दुकानदारों का जमावड़ा लगा रहता है। चोर रास्तों से पटरियां पार करने वालों के खिलाफ रेलवे सुरक्षा बल समय समय पर अभियान चलाकर कार्रवाई भी करता है। इसके बावजूद भी लोग शार्टकट अपनाने से परहेज नहीं करते।
ऐसे रास्तों का कराएंगे सर्वे
वरिष्ठ वाणिज्य मंडल प्रबंधक बीकानेर अभय शर्मा ने बताया कि कई स्थानों पर रेल पटरियों के पास लोगों ने चोर रास्ते बना रखे हैं। जिन्हें बंद भी किया था, लेकिन जागरूकता के अभाव में लोग जान की परवाह किए बिना पटरियां पार करने से बाज नहीं आ रहे। आगामी दिनों में एेसे रास्तों का सर्वे किया जाएगा। पटरियां पार करने वालों पर भी नजर रखी जाएगी।
Published on:
24 Oct 2018 12:52 am
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