
CG News: छत्तीसगाह के बिलासपुर शहर में संचालित 2 कोचिंग सेंटर और 2 लाइब्रेरी पर शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए नगर निगम ने सील कर दिया। यहां पर सुरक्षा, फायर सेफ्टी और भवन अनुज्ञा के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। दिल्ली के कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद निगम और जिला प्रशासन द्वारा कोचिंग सेंटरों पर नजर रखी जा रही है। कोचिंग सेंटर पर इस तरह की कार्रवाई करने यह प्रदेश में संभवत: पहला मामला है।
मापदंडों के पालन नहीं करने वाले कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई करने एसडीएम पीयूष तिवारी और निगम के अपर आयुक्त खजांची कुम्हार के नेतृत्व में निगम और जिला प्रशासन की टीम शुक्रवार शाम को शहर में निकली। बिहारी टॉकीज और गांधी चौक के आसपास कोचिंग सेंटरों और लाइब्रेरी की छानबीन की गई।
इन संस्थानों में फायर सेफ्टी के उपकरण नहीं थे। पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं थी और और ना ही प्रवेश और निकासी की कोई ठोस और सुरक्षित व्यवस्था थी। इन संस्थानों को नोटिस जारी कर व्यवस्था सुधारने के लिए कहा गया था पर संस्थानों द्वारा कोई पहल नहीं की गई। इसके बाद प्रशासन ने सीलबंद करने की कार्रवाई की।
दिल्ली में हुए हादसे के बाद शहर और जिले में संचालित कोचिंग संस्थानों में किसी भी प्रकार की घटना की रोकथाम के लिए कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने 31 जुलाई को एसडीएम पीयूष तिवारी की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की है। टीम ने 31 जुलाई को भी दिल्ली आईएएस, कृषि इंस्टिट्यूट उसलापुर रोड, आचार्या इंस्टीट्यूट, सिद्धि लाइब्रेरी, राजपूत ट्यूटोरियल, सहस्त्र एकेडमी पुराना हाईकोर्ट रोड आदि कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण किया था।
इसके अलावा दिल्ली आईएएस, कल्पवृक्ष, आचार्या और मोशन कोचिंग सेंटर की जांच की गई। संस्थानों में फायर सेफ्टी, वेंटीलेशन, सुरक्षा मानकों के अनुपालन की स्थिति, भवन अनुज्ञा,आपातकाल सुरक्षा व्यवस्था में कमी पाए जाने पर उन्हें नोटिस भी जारी किया था।
Updated on:
24 Aug 2024 05:39 pm
Published on:
24 Aug 2024 10:42 am
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