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चौपाटी में ब्रह्म रूप में स्थापित होंगे 3 सिर वाले गणपति, कलाकार कर रहे प्रतिमा का निर्माण

मूर्तिकार ईकोफ्रेण्डली भव्य गणपति की प्रतिमा बना रहे है जो गणेशोत्सव में लोगों के आकर्षण का केन्द्र होगा।

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ganesh utsav

चौपाटी में ब्रह्म रूप में स्थापित होंगे 3 सिर वाले गणपति, कलाकार कर रहे प्रतिमा का निर्माण

बिलासपुर. गणेशोत्सव में भगवान को कई रूपों में दिखाने का प्रयास किया जाता है। इस बार रपटा चौपाटी में भगवान गणेश ब्रह्म स्वरूप में तीन सर में नजर आएंगे। जिसकी ऊंचाई 30 फीट होगी और चौड़ाई 20 फीट की है। मूर्तिकार ईकोफ्रेण्डली भव्य गणपति की प्रतिमा बना रहे है जो गणेशोत्सव में लोगों के आकर्षण का केन्द्र होगा। अरपांचल गणेशोत्सव समिति की ओर से रपटा स्थित चौपाटी में भव्य गणेश की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। यह समिति का दूसरा वर्ष होगा और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए प्रतिमा तैयार की जा रही है। इसे बंगाल के मूर्तिकार अमित सूत्रधर के मार्गदर्शन में बनाया जा रहा है। इस प्रतिमा की खास बात यह है कि यह पूरी तरह से मिट्टी व पैरा से तैयार की जा रही है। साथ ही इसमें सफेद रंग में रंगे हुए नजर आएंगे। भव्य प्रतिमा को बनाने में कारीगर जुटे हुए हैं।

मिट्टी व पैरा से बन रही मूर्ति : पर्यावरण प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए मिट्टी व पैरा से गणपति की मूर्ति तैयार की जा रही है। इसके लिए तीन ट्रैक्टर पैरा, 2 ट्रेक्टर मिट्टी, 200 बांस, 2 क्विंटल रस्सी व वाटर कलर का इस्तेमाल किया जा रहा है।

13 सितंबर को है गणेश चतुर्थी : गणेश चतुर्थी का पर्व 13 सितंबर को मनाया जाएगा। यह प्रतिमा गणेशोत्सव से पूर्व ही तैयार हो जाएगी। साथ ही वैदिक विधियों से पूजन करते हुए इसकी स्थापना कर दस दिनों तक पूजन होगा। उसके बाद अरपा में ही इसका विसर्जन किया जाएगा। इसकी तैयारी में शहर की समितियां व मूर्तिकार जुटे हुए है।ं इस बार रपटा में 30 फीट के ईकोफ्रेण्डली व आकर्षक गणपति की प्रतिमा के दर्शन भक्त कर सकेंगे।
एक माह से जुटे प्रतिमा बनाने में कारीगर : गणेशोत्सव के लिए भव्य गणपति की प्रतिमा बनाने में एक माह से कारीगर जुटे हुए हैं। मूर्तिकार के मुताबिक इस प्रतिमा को बनाने में दो माह का समय लगेगा। इसलिए गणेशोत्सव से पूर्व मूर्ति तैयार की जा रही है। जो गणेशोत्सव के पूर्व तक बन कर तैयार हो जाएगी।