अंग्रेजी शासनकाल के समय 1862 से शुरू हुआ यह स्कूल पहले आठवीं तक ही संचालित हुआ, जिसे 1940 में हाई स्कूल तक कर दिया गया। स्कूल से ही पढ़े कई बच्चे आज इसी स्कूल में पढ़ा रहे हैं। वहीं कई शिक्षक एेसे हैं, जिनकी इस स्कूल में पढ़ाते हुए कई पीढि़या निकल गईं। यहां से पढ़कर सांसद, विधायक महापौर, सभापति, आईएएस, डॉक्टर, इंजीनियर जैसी विभूतियां निकली है। यहां से सांसद लखनलाल साहू, बलराम सिंह ठाकुर, राजेश पाण्डे, विनोद सोनी, अशोक राव, उमाशंकर जायसवाल, जगदीश शरण सिंह चौहान, जैसे जनप्रतिनिधि व अधिकारियों ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण किया है।