
Bilaspur Tourism: बिलासपुर से लगभग 20 किलोमीटर दूर स्थित रानी मंदिर आश्रम, रतनपुर कोटा मार्ग पर स्थित एक प्रमुख धार्मिक और साधना स्थल है। यह आश्रम श्रद्धालुओं और भक्तजनों के लिए एक शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण प्रदान करता है। यहां की शांति और ईश्वर की आराधना की विशेषता है कि यहां आते ही भक्तों का मन सहज रूप से भगवान से जुड़ जाता है।

Bilaspur Tourism: रानी मंदिर आश्रम में विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं, जिनमें साक्षी महादेव, माता पार्वती, गणपति, कार्तिकेय, काली कुटी में मां गढ़कालिका देवी और शिव, हनुमान की प्रतिमाएं शामिल हैं।

Bilaspur Tourism: मुख्य रूप से यह आश्रम साक्षी महादेव के लिए प्रसिद्ध है, जिन्हें राजा मोरध्वज ने अपनी रानी के पूजन के लिए इस मंदिर का निर्माण कराया था। इस कारण इसे रानी मंदिर के नाम से जाना जाता है।

Bilaspur Tourism: संतों की तपोस्थली: किवदंती के अनुसार, रानी मंदिर आश्रम स्थल पर वर्षों तक तपस्या और आराधना करने वाले साधु-संतों की तपोस्थली भी रही है। यहां भगवान साक्षी महादेव और माँ गढ़कालिका देवी की आराधना मात्र से भक्तों को उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती है। महाशिवरात्रि, श्रावण मास, चैत्र और क्वार माह के नवरात्रों के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ रहती है।

Bilaspur Tourism: आकर्षण का केन्द्र: रानी मंदिर आश्रम चारों ओर से पहाड़ियों और जंगलों से घिरा हुआ है, जिससे यह स्थल पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनता जा रहा है। धीरे-धीरे यह आश्रम एक प्रमुख पर्यटक स्थल के रूप में विकसित हो रहा है।