
00 अलग निगम की मांग: आरपा पार सिर्फ टैक्स वसूली, विकास कोसों दूर
मंच के पदाधिकारियों का कहना है कि जब से अरपा पार को नगर निमग से जोड़ा गया, इसके बाद से जैसे विकास रुक सा गया है। जबकि इस क्षेत्र की आबादी दो लाख से अधिक है। यहां 22 बड़े वार्ड हैं। फिर भी उपेक्षिक किया जा रहा है। प्रदेश में इससे कई छोटे-छोटे निगम हैं, जहां इतनी आबादी नहीं है। लिहाजा अरपा पार को नया नगर निगम बनाया जाए, जाकि यहां समुचित विकास हो सके। लोगों का आरोप है कि अरपा पार को स्मार्ट सिटी में शामिल नहीं किया गया है। इससे जो भी विकास हो रहे हैं, वह इसी ओर हो रहे। इस क्षेत्र की लगातार लगातार उपेक्षा की जा रही है। नगर निगम का भी जब विस्तार किया गया तो अरपा पार के बड़े-बड़े वार्डों को निगम का हिस्सा जरूर बना लिया गया, पर सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं दिया जा रहा है। नागरिक सुरक्षा मंच के अमित तिवारी ने बताया कि अरपा पार को विकसित नहीं किया जा रहा है। इस वजह से बड़े व्यापारी इस ओर आना नहीं चाह रहे हैं। कोनी जसी जगह, जिसे एजुकेशन हब के नाम से जाना जाता है। यहां पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी, अटल यूनिवर्सिटी, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक कॉलेज, आईटीआई समेत अन्य संस्थान हैं, फिर भी सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। एक भी व्यावसायिक क्षेत्र नहीं बनाया गया है। जहां लोग अपनी जरूरतों को पूरी कर सकें। कुछ लोग 15-20 साल से काबिज हैं, वहां छोटी दुकानों का संचालन कर रहे थे, उसे भी हटाया जा रहा है। यह नाइंसाफी है।
आबादी इतनी की बनाया जा सकता है अलग निमग
अमित का कहना है कि अरपा पार की आबादी दो लाख से अधिक है, लेकिन इसके लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से किसी ने प्रस्ताव अब तक एमआईसी में नहीं रखा गया है। इसी वजह नागरिक सुरक्षा मंच अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर अभियान के माध्यम से अरपा पार को अलग निमग बनाने की मांग कर जनमत संग्रह कर रहा है।
सिर्फ टैक्स वसूली
अरपा पार के लोगों का आरोप है कि इस क्षेत्र को नगर निगम से जरूर जोड़ लिया गया है, लेकिन यहां कोई बदलाव देखने को अब तक नहीं मिला है। ग्राम पंचायत थे, तो वे अपने फंड से क्षेत्र का विकास कर रहे थे। पर जब से निगम क्षेत्र में शामिल किया गया है, तब से विकास कार्य रुक गया है। सिर्फ टैक्स की वसूली की जा रही है।
कोनी के दुकानदारों ने निमग आयुक्त को घेरा, गुलाब का फूल देकर मांगी गुमटी
मंगलवार को कोनी के दुकानदारों ने निगम आयुक्त का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने निगम आयुक्त को गुलाब का फूल सौंप कर गुमटी दिलाने की मांग की है। कहा कि छोटा-मोटा व्यवसाय चल कर वे रोजीरोट चलाते थे, दुकानें टूटने के बाद वे बेरोजगार हो गए हैं। अब वे कहां जाएं। उन्होंने कहा कि कोनी में बड़े-बड़े संस्थानों के लिए जमीन अलॉट की गई है, लेकिन दुकानों के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। लिहाजा गुमटी दी जाए।
Published on:
07 Jun 2023 07:48 am
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