
Food Poisoning: बिलासपुर जिले के तुर्काडीह में बारात आने से दो दिन पहले जुटे मेहमानों ने छक कर भोजन किया। गुरुवार को बारात आने से पहले ही 26 मेहमानों को उल्टी-दस्त शुरू हो गई। हालत ऐसी बिगड़ी कि उन्हें सिम्स में भर्ती कराना पड़ा। इधर स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी लगते ही सीएमएचओ के निर्देशन में मौके पर पहुंच कर स्वास्थ्य कार्यकर्ता व मितानिनों ने ओआरएस के साथ अन्य दवाएं वितरित की हैं।
गर्मी बढ़ने के साथ ही फूड पॉइजनिंग के मामले भी अब सामने आने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला तुर्काडीह में सामने आया है। दरअसल तुर्काडीह निवासी राजेश शांडे के घर गुरुवार को बारात आनी थी। इससे पहले मंडप सहित अन्य मांगलिक कार्यों में शामिल होने दो दिन से मेहमान डटे हुए हैं। गुरुवार सुबह व दोपहर भेाजन करने के बाद अचानक मेहमानों की तबीयत बिगड़ने लगी। बच्चे, युवा, बुजुर्ग, महिलाओं को उल्टी-दस्त शुरू हो गई। हालत बिगड़ती देख परिजनों ने 26 मेहमानों को सिम्स में भर्ती कराया। डॉक्टरों के मुताबिक प्रथम दृष्टया तबीयत बिगड़ने की मुख्य वजह दूषित भोजन है। फिलहाल सभी मरीजों की हालत स्थिर है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने तुर्काडीह में राहत कार्य तो शुरू किया, पर जिस भोजन को खाने से लोगों की तबीयत बिगड़ी उसका सैंपल न लेते हुए उसे फिंकवा दिया गया। जबकि नियमानुसार सैंपल जांच के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन को भी इसमें आगे आना चाहिए था। ताकि भोजन में गड़बड़ी की वास्तविक हकीकत तक पहुंचा जा सके। बहरहाल बासी भोजन मान कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
हंस (11 वर्ष), शिट (10 वर्ष), चांदनी खंडे (13 वर्ष), विजय साबरी, गंगाबाई, सोनिया, जागेश्वर, आंसर, राधा, रंजीत, रवि, आर्य, सरिता, अनामिका, तृषा कुमारी, ईशा, सोनम, लक्ष्मण, अमर, अरुण, अंश, अमृत, मधु, तिलक भाई सहित अन्य शामिल हैं।
थोक में बीमार पड़ने की खबर लगते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम भी हरकत में आ गई। सीएमएचओ डॉ. प्रमोद तिवारी के निर्देशन में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व मितानिनों की टीम ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लेते हुए मरीजों को प्राथमिक इलाज किया। उन्हें ओआरएस के साथ्सा जरूरी दवाएं भी दीं। साथ ही सिम्स में भर्ती कराने एंबुलेंस की भी व्यवस्था कराई गई।
स्वच्छता का पालन करें: खाद्य पदार्थों की तैयारी और भंडारण में स्वच्छता का ध्यान रखें।
ताजा भोजन खाएं: ताजे भोज्य खाद्य पदार्थ ही चुनें और समय पर उन्हें खा लें।
पार्टी में सतर्कता: बड़े आयोजनों में भोजन करने से पहले उसकी गुणवत्ता की जांच करें।
तुर्काडीह में शांडे परिवार में दो दिन से वैवाहिक समारोह चल रहा था। इसमें शामिल मेहमानों ने दो दिन भोजन किया। गुरुवार को तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य अमले को मौके पर भेजा गया। बीमारों के प्राथमिक इलाज के साथ ही एहतियातन मरीजों को सिम्स भेजा गया है। बासी भोजन करने से ही लोगों की तबीयत बिगड़ी है, इसीलिए भोजन का सैंपल नहीं लिया गया है। सभी को समझाइश दी गई कि ताजा भोजन ही करें। - डॉ. प्रमोद तिवारी, सीएमएचओ बिलासपुर
Updated on:
25 Apr 2025 12:06 pm
Published on:
25 Apr 2025 12:05 pm
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