21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बिलासपुर

विधायक के गांव में सूख चुके हैं हैंडपंप, नाली बनाई नहीं, सड़कों पर बह रहा पानी

  बिलासपुर. बिलासपुर जिले के बेलतरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक रजनीश सिंह के गांव पौंसरा के हालत ऐेसे हैं कि नल में पानी नहीं है और सड़क पर नाली बह रही है। लोगों को पीने का पानी भरने के लिए निजी बोर का उपयोग करना पड़ रहा है। विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में जर्जर सड़क, पीने का पानी और पथ प्रकाश व्यवस्था से ग्रामीण जूझ रहे हैं। कई गांव तो ऐसे हैं जहां कई वर्ष पूर्व कांक्रीटीकरण हुआ, लेकिन नालियां आज तक नहीं बनाई जा सकीं।

Google source verification


बेलतरा विधानसभा क्षेत्र में बिलासपुर नगर निगम का अरपापार क्षेत्र का इलाका शामिल हैं। नगर निगम सीमा क्षेत्र होने के कारण यहां बुनियादी सुविधाएं लोगों को आसानी से उपलब्ध हो रही हैं, लेकिन विधानसभा के ग्रामीण इलाकों में शहरी क्षेत्र की अपेक्षा विपरीत हालत हैं।रविवार को पत्रिका की टीम पहले ग्रामपंचायत पौंसरा पहुंची। स्थानीय विधायक रजनीश सिंह के गृह ग्राम पौंसरा में पेयजल के लिए नल और हैंडपंप लगे मिले, लेकिन इनमें पानी नहीं था। गांव के सड़क की हालत जर्जर थी र नालियों का पानी सड़क पर बह रहा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद चौथी बार चुनाव हुए हैं और अब पांचवी बार चुनाव होने जा रहे हैं,लेकिन गांव में नाली और सड़क की स्थिति एक जैसी और जस की तस है। नाली का पानी सड़क पर बहता और उन्हें बरसों से इसी से होकर गुजरना पड़ता है।

https://www.dailymotion.com/embed/video/x8lvjsn


नल है लेकिन पीने के पानी के लिए, तालाब के पानी में नहाना पड़ रहा

विधानसभा ग्राम पैंसरा में पेयजल के लिए ग्रामीण हैंड पंपों के भरोसे हैं। यहां के आधा दर्जन से अधिक हैंडंपप सूखे हैं और जिनमें पानी आ रहा है उसका उपयोग लोग सिर्फ पीने का पानी भरने के लिए उपयोग कर रहे हैं। नहाने के लिए गांव वालों को मजबूरी में तालाब के गंदे पानी का उपयोग करना पड़ रहा है।

https://www.dailymotion.com/embed/video/x8lvjsq


आज भी मांग रही इंदिरा आवास


ग्राम पौंसरा में रहने वाली रामेश्वरी बाई को सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि इंदिरा आवास के लिए कई बार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से मांग कर चुकी हैं । हर बार उनसे फार्म में अंगूठा लगवाया जाता है, लेकिन पिछले 15 वर्षों में उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला। उनसे पूछा गया कि वह प्रधानमंत्री आवास के संबंध में जानती है तो कह दिया कि इस नाम को वह पहली बार सुन रही हैं।

बैमा में बुनियादी सुविधाएं नहीं


पत्रिका की टीम जब ग्राम पंचायत बैमा पहुंची तो वहां हैंड पंप खराब पड़े थे। सड़के आधी अधूरी बनी मिली, लेकिन यहां निकासी के लिए नालियां नहीं थी। सड़क पर नालियों का पानी बहता मिला। लोगों ने बताया कि सड़कों का निर्माण कई वर्ष पहले हुआ था, लेकिन कभी नालियां नहीं बनाई गई।

https://www.dailymotion.com/embed/video/x8lvjsv

पेयजल की किल्लत

ग्राम बैमा में रहने वाली गौरी सूर्यवंशी का कहना है कि गांव में पेयजल के लिए हैंड पंप है, लेकिन वह भी विगत एक वर्ष से खराब है। पेयजल की किल्लत है। गांव में जिनके खेत में बोरिंग है वहां से पीने का पानी भरना पड़ रहा है।

नाली आज तक नहीं बनी

गांव में रहने वाली कृष्णा देवी ने बताया कि गांव में सड़क और निकासी की समस्या है। यहां सडकें कई साल पहले बनाई गई थी, लेकिन नाली आज तक नहीं बनी। निकासी का पानी सड़कों में बहता है और फिर धर के अंदर आ जात है।