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आईजी के तुगलकी ट्रैफिक आदेश को जज ने किया खारिज, फटकारा

एएसपी ट्रैफिक, शहर और आईपीएस को लेकर गए महाराण प्रताप चौक, महाराण प्रताप चौक पर किए गए प्रयोग से हैं नाराज जाम लगने और भूलभुलैया मार्ग की गिराईं खामिय

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बिलासपुर . आईजी के तुगलकी ट्रैफिक आदेश को हाईकोर्ट के एक जज साहब ने खारिज कर दिया। दरअसल महाराणा प्रताप चौक को ब्लॉक कर डिवाइडर लगाने से यातायात की समस्या बढऩे और जाम लगने से जज नाराज थे। उन्होंने एएसपी ट्रैफिक, एएसपी शहर और आईपीएस अधिकारी के साथ महाराणा प्रताप चौक पहुंचकर नए प्रयोग की खामियां गिनाईं। उन्होंने जल्द समस्या का समाधान करने के आदेश दिए हैं। बिलासपुर रेंज के नए आईजी दिपांशु काबरा ने चार्ज लेने के बाद शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए तुगलकी फरमान जारी किया था। आईजी काबरा ने महाराणा प्रताप चौक पर डिवाइडर लगाकर ब्लॉक करने का आदेश दिया, जिससे नेहरू चौक से तिफरा और तिफरा से नेहरू चौक मार्ग पर जाने वालों के लिए सीधा रास्ता मिला था, लेकिन तिफरा से व्यापार विहार जाने के लिए लोगों को राजीव गांधी चौक से वाहन मोड़कर फिर से महाराणा प्रताप चौक की ओर मुड़कर व्यापार विहार मार्ग पर जाने की व्यवस्था की गई थी। इसके साथ ही गौरव पथ से व्यापार विहार जाने वालों को राजीव गांधी चौक पहुंचने के बाद वहां से फिर महराणा प्रताप चौक पहुंचने के बाद लेफ्ट टर्न लेकर व्यापार विहार जाना पड़ रहा है। वहीं व्यापार विहार से गौरव पथ जाने वाले वाहनों को ओवर ब्रिज के बाजू से होकर ब्रिज के नीचे से मोड़ कर वापस चौक पर पहुंचने के बाद गौरव पथ मार्ग पर पहुंचना पड़ रहा है। आईजी के इस तुगलकी आदेश को हाईकोर्ट के एक जज साहब ने सिरे से खारिज कर दिया।

अधिकारियों को बुलाया अपने बंगले : हाईकोर्ट आने जाने में लगातार परेशानी होने पर जज साहब ने अधिकारियों को सोमवार शाम अधिकारियों को बंगले में बुलवाया। उनसे ट्रैफिक के लिए किए गए प्रयोग की जानकारी लेने के बाद महाराणा प्रताप चौक का निरीक्षण किया।

राजीव गांधी चौक से वाहन मोडऩा कठिन : जज साबह ने आईजी के तुगलकी आदेश की खामिया गिनाते हुए बताया कि महाराणा प्रताप चौक से व्यापार विहार जाने के लिए लोगों को राजीव गांधी चौक जाकर वाहन मोडऩा पड़ता है। राजीव गांधी चौक की चौड़ाई कम होने और नेहरू चौक से वाहनों के आने के कारण वाहन मोडऩे में 5 मिनट लग जाते हैं। एेसे में वाहनों को मोडऩे में दुर्घटना स्थिति बन रही है।

जी सर के अवाला नहीं खुली जुबान: जज साबह की फटकार और प्रयोग की खामियां सुनने के बाद अधिकारी सकते में आ गए थे। जज साहब की हर बात पर अधिकारी जी सर के अलावा कुछ और नहीं बोल पाए। करीब आधे घंटे तक जज साहब के साथ घूमने और उन्हें बंगले तक छोड़कर आने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

नए प्रयोग की गिनाई खामियां, लगाई फटकार : जज साहब ने एएसपी ट्रैफिक रोहित बघेल, एएसपी नीरज चंद्राकर और आईपीएस शलभ सिन्हा के साथ महाराणा प्रताप चौक का निरीक्षण किया। अधिकारियों से ट्रैफिक डायवर्ट करने के प्रयोग की जानकारी ली। इसी बीच सड़क पर बने पक्के डिवाइडर पर मिट्टी डालकर बाइक चालक सड़क पार करते दिखे। जज ने अधिकारियों को प्रयोग की पहली खामी गिनाई। इसके बाद व्यापार विहार से ओवर ब्रिज जाते समय चौक से ओवर ब्रिज के नीचे जाने वाले वाहन और ओवर ब्रिज से गुजरने वाले वाहनों के एक साथ पहुंचने से जाम लगने की स्थिति को दिखाया। जज ने उन्हें अव्यवस्था पर जमकर फटकार लगाई।

स्टॉपर हटाना उपाय नहीं, व्यवस्था सुधारें : एक अधिकारी ने जज साहब से कहा कि उनके आने और जाने के समय चौक पर लगे स्टॉपर को हटाकर आने जाने का मार्ग खुला कर देंगे, जिससे उन्हें आने जाने में परेशानी नहीं होगी, तभी अधिकारी की बात काटते हुए जज साहब ने कहा दिया कि स्टॉपर हटाकर किसी व्यक्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करना उपाय नहीं है। ट्रैफिक के लिए किए प्रयोग और व्यवस्था में सुधार की जरूरत है।