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व्रत के महीने में बढ़ी फलों की डिमांड, ड्राई आइटम अधिक खरीद रहे शहरवासी

इस साल पढ़ रहे दो महीने के सावन के चलते शिवभक्तों के बीच उत्साह का माहौल है।

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बिलासपुर - यु तो व्रत में फलाहार के लिए कई तरह के खाद्य पदार्थो का इस्तमाल किया जाता है। लेकिन फलाहार के लिए फलो का अपना अलग महत्त्व है। इस बार शहर में फलो की जबरदस्त डिमांड बनी हुई है। शहर के फुटकर फल विक्रेता अलग-अलग फलो के दाम 40 से लेकर 200 रूपये तक है बेच रहे है। फलों के महंगे दामों के बावजूद हर दिन सनीचरी, बुधवारी और बृहस्पति बाज़ार में बड़ी संख्या में शहरवासी फल खरीदने पहुँच रहे हैं।

फल विक्रेता संघ के सुनील ने बताया कि सावन में फलों की मांग निकली हुई है। सेव दो सौ रुपये किलो और आम सौ रुपये से ऊपर बिक रहा है। मौसमी के दाम भी कोई कम नहीं है, बारिश के मौसम में मौसमी 60 रुपये किलो चल रही है। केला का भाव 50 रुपये किलो जा पहुँचा है। सावन के महीने में फलाहार के लिए फलों की मांग तेजी से बढ़ी है। जिसको लेकर फलों के दाम में भी उछाल आ चुका है। जो हर आम व्यक्ति के लिए फल खास हो चुके हैं।

ड्राई आइटम की अधिक डिमांड
साबूदाना, सिंघाड़ा, फल्लीदाना और तीखुर जैसे ड्राई आइटम हमेशा से ही शहरवासियों के फलाहार का हिस्सा रहा है। लेकिन अपना किराना का बिजनेस कर रहे पियूष वाधवानी बताते है अन्य सालो की तुलना में इस साल व्रत करने वालो की संख्या बढ़ी है। जिसके चलते इस साल फलाहार के लिए ड्राई आइटम की बड़ी डिमांड है। शहरवासी सिंघाड़ा और तीखुर के साथ-साथ राजगीर लड्डू भी फलाहार के लिए लेजाना पसंद कर रहे है।

सबसे महंगे बिक रहे आम और सेब
इस बार बाज़ार में फलों के राजा आम के दाम कम नहीं हुए। इनके दाम अभी भी 100 रुपये से 150 रुपये किलो बने हुए हैं। वही बाज़ार में सेब के नए फसल दस्तक दे चुकी है जिसके चलते इनके दाम भी अभी आसमान छू रहे है। मौजूदा समय में ये बाज़ार में 150 से 200 रूपये किलो तक बिक रहे है। एक पपीता ही आम आदमी के बजट में समै रहा है।