Bilaspur News: बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने शुक्रवार को मंथन सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही पाए जाने पर कोटा ब्लॉक के सीडीपीओ और बांसाझाल क्षेत्र के सुपरवाइजर की एक-एक वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिए गए। यह कार्रवाई बांसाझाल आंगनबाड़ी केंद्र में निरीक्षण के दौरान मात्र दो बच्चों की उपस्थिति और पूर्व में भेजे गए नोटिस का असंतोषजनक जवाब मिलने के आधार पर की गई।
कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, पोषण अभियान, पो-लईका, सखी वन स्टॉप सेंटर, बाल गृह, बालिका गृह, किशोर न्याय बोर्ड, चाइल्डलाइन, दत्तक ग्रहण एजेंसी, स्पॉन्सरशिप कार्यक्रम सहित सभी योजनाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि योजनाओं में अनियमितता या लापरवाही पाई गई तो संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने महतारी वंदन योजना में अपात्र या मृतक हितग्राहियों को राशि हस्तांतरण रोकने और योजना की पारदर्शिता बनाए रखने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना में लाभार्थियों की संख्या कम होने पर नाराजगी जताते हुए विशेष प्रयास करने को कहा। उन्होंने सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बालिकाओं के खाते खुलवाने की पहल तेज़ करने और किशोरी बालिकाओं की स्वास्थ्य जांच स्कूल व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कराने के निर्देश दिए। पोषण अभियान के तहत 31 जुलाई तक बच्चों का वजन लेकर सटीक डाटा तैयार करने और पालकों में जागरुकता लाने के निर्देश भी दिए।
Published on:
05 Jul 2025 03:07 pm