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Kharmas 2024: आज से खरमास शुरू, अगले एक माह तक नहीं होंगे मांगलिक कार्यों, जानिए इस दौरान क्या करें क्या नहीं ?

Kharmas 2024: इस साल का अंतिम विवाह मुहूर्त 12 मार्च तक था। बुधवार से मांगलिक कार्यों में विराम लग गया है। गुरुवार से सूर्य के मीन राशि में गोचर होते ही खरमास शुरू हो जाएगा।

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Kharmas 2024: बिलासपुर पत्रिका @शरद त्रिपाठी। इस साल का अंतिम विवाह मुहूर्त 12 मार्च तक था। बुधवार से मांगलिक कार्यों में विराम लग गया है। गुरुवार से सूर्य के मीन राशि में गोचर होते ही खरमास शुरू हो जाएगा। शास्त्रगत मान्यतानुसार खरमास मांगलिक कार्यों के लिए शुभ नहीं होता अत: अब एक महीने तक शादी की शहनाइयां नहीं गूंजेगी। खरमास समाप्त होने के बाद अप्रैल में सिर्फ पांच दिन विवाह मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद गुरु और शुक्र अस्त होने के कारण मई-जून में विवाह नहीं होंगे। 14 मार्च यानी गुरुवार से सूर्य का मीन राशि में प्रवेश होगा। मीन की संक्रांति के चलते खरमास की शुरुआत होगी। यह 15 अप्रैल तक रहेगा। ऐसे मेें विवाह सहित अन्य बड़े मांगलिक कार्यों पर विराम लगा रहेगा।

खरमास समाप्त होने के बाद 18 अप्रैल से विवाह के मुहूर्तों की शुरुआत होगी, लेकिन 23 अप्रैल से शुक्र अस्त हो जाएगा। ऐसे में अप्रैल में भी 18 से 22 अप्रैल तक पांच दिन ही विवाह के मुहूर्त रहेंगे। ज्योतिष एवं वास्तुविद पंडित जानकीशरण मिश्र के अनुसार विवाह कार्यों के लिए गुरु और शुक्र दोनों का उदित होना आवश्यक रहता है। दोनों में से एक भी ग्रह अगर अस्त रहते हैं तो विवाह के योग नहीं बनते हैं। गुरु जहां संतान सुख, वंश वृद्धि प्रदान करते हैं, वहीं शुक्र दाम्पत्य जीवन में सुख, भौतिक सुविधाओं में वृद्धि करते हैं। 23 अप्रेल से शुक्र अस्त हो जाएंगे जो 30 जून को उदित होंग।

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17 से होलाष्टक, इसमें भी नहीं होते शुभ कार्य

मार्च में एक ओर खरमास के कारण विवाह नहीं होंगे, इसके साथ ही होलाष्टक भी 17 मार्च से प्रारंभ हो जाएगा। यह 24 मार्च होलिका दहन तक रहेगा। शास्त्रगत मान्यताओं के अनुसार होलाष्टक में भी शुभ कार्य नहीं किए जाते। होलाष्टक होली के आठ दिन पहले का समय होता है। माना जाता है कि इन आठ दिनों में भक्त प्रहलाद पर हिरण्याकश्यप की यातनाएं बहुत अधिक बढ़ गई थीं, आठवें दिन होलिका भक्त प्रहलाद को लेकर अग्नि में बैठी थी। इसलिए इन आठ दिनों को यातना के रूप में याद किया जाता है। इसलिए इस दौरान शुभ कार्य वर्जित माने गए हैं।


आगामी विवाह मुहूर्तों पर एक नजर

- अप्रैल- 18 से 22 तक 5 दिन
- मई में शुक्र अस्त के कारण मुहूर्त नहीं
- जून में शुक्र अस्त के कारण मुहूर्त नहीं
- जुलाई- 3 और 9 से 15 तक कुल 8 दिन
- चातुर्मास के कारण अगस्त, सितंबर, अक्टूबर में विवाह मुहूर्त नहीं
- नवम्बर- 16 से 18 और 22 से 26 तक
- दिसंबर- 2 से 5, 9 से 13 और 14, 15 तक

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