
डॉक्टर के छुट्टी पर जाते ही सिम्स से गायब हो गया लामा रजिस्टर
बिलासपुर. सिम्स से लामा रजिस्टर गायब हो गया है। ये मामला नया नहीं है, बल्कि इससे पहले भी कई बार लामा रजिस्टर गायब किया जा चुका। लेकिन सिम्स प्रबंधन द्वारा दबाव बनाने पर दो-चार घंटे बाद रजिस्टर मिल जाया करता था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। महीनेभर बाद इसे लेकर कोतवाली थाने में शिकायत की गई है। मिली जानकारी के अनुसार, सिम्स में ईएनटी विभाग व लामा प्रभारी डॉक्टर आरती पांडेय ने 13 जून को सिम्स चौकी और सिटी कोतवाली में लामा रजिस्टर गुम होने की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया है कि ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान वह 5 मई से छुट्टी पर थीं। इसके बाद लौटीं, तो उन्हें लामा रजिस्टर नहीं मिला।
कुछ कहने से बच रहा प्रबंधन : लामा रजिस्टर गायब होने के मामले को लेकर सिम्स प्रबंधन कुछ भी कहने से बच रहा है। इस मामले में डॉ. आरती पांडेय का कहना है, कि वह सिम्स की पीआरओ नहीं हैं, इसलिए कुछ नहीं कह सकतीं। वहीं सिम्स के प्रभारी अस्पताल अधीक्षक डॉ. लखन सिंह ने भी कुछ कहने से इनकार कर दिया। जबकि डीन डॉ. पीके पात्रा से मोबाइल पर संपर्क करने पर बात नहीं हो सकी।
ये है लामा रजिस्टर : सिम्स में भर्ती मरीज यदि इलाज के दौरान अस्पताल छोड़कर जाना चाहते हैं, तो उनकी जानकारी इस रजिस्टर में दर्ज की जाती है। इसमें अस्पताल छोड़कर जाने की वजह, वह कहां जाना चाहता है यह जानकारी दर्ज की जाती है। यह रजिस्टर सिम्स की केजुअल्टी में रखा जाता है।
इसलिए हो गया चोरी : प्राय: सिम्स में भर्ती मरीजों को निजी अस्पतालों के एजेंट भड़काकर यहां से ले जाते हैं। एजेंट के रूप में काम करने वालों में सिम्स के कुछ जूनियर डॉक्टर और वार्ड ब्वाय भी शामिल हैं। इस तरह का मामला सामने आने पर पूर्व में जूनियर डॉक्टर और वार्ड ब्वाय को चेतावनी भी दी जा चुकी है। हाल में ही एक जूनियर डाक्टर की सेवा समाप्त की गई। माना जा रहा है कि मरीजों को निजी अस्पताल भेजे जाने का भेद खुलने के भय से ही कथित एजेंटों ने लामा रजिस्टर गायब कर दी।
Published on:
20 Jun 2018 01:00 pm
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