वह नमक आंदोलन के नाम से प्रचलित है। यह आंदोलन लोनिया व नोनिया समाज के लोगों के साथ मिलकर प्रारंभ किया गया था। करीब 24 दिनों तक आंदोलन चला। गांधी जी ने समाज के लोगों के साथ अहमदाबाद साबरमति आश्रम से गुजरात दांडी यात्रा किया था। ग्राम कया निवासी समाज के अध्यक्ष देव्रत लोनिया ने कहा कि समाज जब तक आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होगा। तब तक विकास कर पाना संभव नहीं है। कार्यक्रम में कया, खरौद, तिफरा, परसदा, नरगोड़ा, गुड़ी, गतौरी, चकरभाठा, नवरंगपुर समेत अन्य गांवों के सामाजिक सदस्य पहुंचे।
यह आंदोलन लोनिया व नोनिया समाज के लोगों के साथ मिलकर प्रारंभ किया गया था। करीब 24 दिनों तक आंदोलन चला। गांधी जी ने समाज के लोगों के साथ अहमदाबाद साबरमति आश्रम से गुजरात दांडी यात्रा किया था। ग्राम कया निवासी समाज के अध्यक्ष देव्रत लोनिया ने कहा कि समाज जब तक आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होगा। तब तक विकास कर पाना संभव नहीं है।