
Chaitra Navratri 2025: बिलासपुर शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में चैत्र नवरात्रि के पर्व को लेकर सभी मंदिरों में विशेष तैयारियां चल रही हैं। नवरात्रि 30 मार्च से शुरू है । तिफरा काली मंदिर सहित देवी मंदिरों को खास तौर से रंगरोगन कर सजाया जा रहा है। रंग-बिरंगी लाइट्स लगाई जा रही हैं।

Chaitra Navratri 2025: रतनपुर स्थित महामाया मंदिर में 25000 मनोकामना ज्योत प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। इसके साथ ही अन्य मंदिरों में 5000 से अधिक ज्योत प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। नवरात्रि पर्व का समापन 6 अप्रैल को रामनवमी के साथ होगा, जबकि नवरात्रि का पारणा 7 अप्रैल को होगा। इस बार मां दुर्गा गज पर सवार होकर आ रही हैं।

अखंड ज्योति की विशेष परंपरा आज भी कायम: काली मंदिर, तिफरा : 1980 में यहां अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित की गई थी, जो आज भी जल रही है।

जरहाभाठा दुर्गा मंदिर: 1995 में वैष्णो देवी से लाई गई अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित की गई थी।

लक्ष्मीनारायण मंदिर: हर नवरात्रि तिल के तेल से ज्योति प्रज्ज्वलित की जाती है, जिसका तेल मंदिर समिति स्वयं तिल से निकालती है।

पीतांबरा पीठ : यहां हर साल घी से ज्योति प्रज्ज्वलित की जाती है।

गायत्री मंदिर, चांटीडीह : पिछले 26 वर्षों से यहां जिले के कल्याण, स्वस्थ जीवन और सद्भावना के लिए ज्योति प्रज्ज्वलित की जा रही है।

रेलवे मरी माई माता मंदिर : रेलवे क्षेत्र में स्थित त्रिपुर सुंदरी मरी माई माता मंदिर में 33 वर्षों से श्रद्धालु संतान की कामना लेकर ज्योति प्रज्ज्वलित कर रहे हैं।