
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ में रेल लाइन विस्तार व कोल परिवहन के साथ ही यात्री सुविधा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ईस्ट वेस्ट रेल कारिडोर परियोजना की शुरुआत हुई है। एसईसीएस, इरकॉन व राज्य शासन की भागीदारी से बनने वाली इस परियोजना में गेवरा रोड़ से पेंड्रारोड तक 135 किलो मीटर लम्बी रेल लाइन निर्मार्ण कार्य शुरु हो रहा है। लाइन के बनने से रेलवे के साथ ही यात्रियों की सुविधा में भी बढोत्तरी होगी।
बिलासपुर मंडल अंतरगर्त गेवरारोड, कटघोरा होते हुए पेंड्रारोड तक नई रेल लाइन प्रस्तावित है। लगभग 135 किलो मीटर लम्बी रेल लाइन की स्वीकृति रेलवे बोर्ड ने वर्ष 2012 में दी थी। कार्य शुरू भी नहीं पाया था कि रेलवे बोड्र्र ने वर्ष 2014-15 में गेवरारोड, कटघोरा, पेंड्रारोड लाइन को दोहरी करण की अनुमति देदी। गेवरारोड-कटघोरा-पेंड्रारोड रेल लाइन निमार्ण लगभग 600 सौ करोड़ रुपए की लागत से तैयार होना है। प्रोजेक्ट में एसईसीआर की महत्वकांक्षी ईस्ट कोस्ट रेल कारिडोर परियोजना में एसईसीएल की 64 प्रतिशत, इरकान की 26 प्रतिशत व राज्य सरकार की 10 प्रतिशत की भागीदारी है।
11.30 किलो मीटर तक बनेगी कनेक्टीग लाइन
माल लदान को लेकर किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए रेलवे ने गेवरारोड, कटघोरा-पेंड्रारोड ब्राडगेज लाइन के लिए उरगा से कुसमुंडा तक 11.30 किलो मीटर कनेक्टींग रेल लाइन भी तैयार कर रहा है इससे उरगा व कुसमंडा से सीधे ट्रेन कटघोरा तक पहुंचेगी।
यातायात होगा सुगम
ईस्ट-वेस्ट रेल कारिडोर बन जाने का सबसे बड़ा फायदा यात्री सुविधा को लेकर होगा, वर्तमान में कोरबा की ओर से आने वाले ट्रेनों को चाम्पा तक सिंगल लाइन से आना पड़ता है व चाम्पा से मालगाडियों का लोड मुख्य लाइनों पर पडता है। रेलवे ट्रैक पर लगातार ट्रेनों का परिचालन होने से यात्री ट्रेने भी कई बार लेट हो जाती है। कारिडोर निर्माण के बाद मालगाडियों का परिचालन कटनी के लिए गेवरारोड़ से सीधे पेंड्रारोड होगा इससे ट्रेने को चाम्पा तक अनावश्यक नहीं आना पड़ेगा।
9 रेलवे स्टेशन बनना है प्रस्तावित
ईस्ट वेस्ट रेल कारिडोर परियोजना के तहत गेवरारोड से पेंड्रारोड तक बनने वाली नई रेल के बीच में यात्री सेवा को बढ़ावा देने के लिए 9 रेलवे स्टेशन विकसित होगें। इनमें गेवरारोड के अलावा, कुसमुंडा, उरगा, व अन्य जगह चयनित है। ट्रेन उन जगहों से गुजरेगी जहां कभी किसी ने रेल की कल्पना भी नहीं की थी। रेल लाइन व स्टेशन विकास के साथ छत्तीसगढ के पिछले क्षेत्रो में रोजगार के अवसर बढ़ेगे।
प्रोजेक्ट को पूरा करने लगभग 4 सौ करोड़ लोन स्वीकृत
ईस्ट-वेस्ट रेल कॉरीडोर वर्ष 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य लेकर कार्य कर रही एसईसीएल, इरकॉन व राज्य शासन के प्रयास द्वारा स्पांसर सपोर्ट एग्रीमेन्ट के माध्यम से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया व इंडियन बैंक लगभग 4 सौ करोड़ रुपए लोन लेने की प्रक्रिया हाल ही में पूरी हो चुकी है।
Published on:
03 Aug 2020 11:19 pm
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