
गणेश विश्वकर्मा/बिलासपुर. शराब की कोई भी दुकान अगले वित्तीय वर्ष में बंद नहीं की जाएगी। नए वित्तीय वर्ष में नया शराब दुकान प्रारंभ नहीं किया जाएगा। जिले में 71 शराब की दुकानें संचालित है। इनमें 44 देशी एवं 27 विदेशी शराब दुकानें है। जिला आबकारी समिति की बैठक में यह निर्णय लेकर राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रस्ताव में जिले में वर्तमान में संचालित देशी-विदेशी विदेशी मदिरा दुकानों को बंद नहीं करने का निर्णय लिया गया है। हालांकि इन दुकानों के संचालन का अनेक स्थानों पर स्थल परिवर्तन किया जाएगा। इसके लिए नए स्थल की तलाश अभी से शुरू हो गई है।
शिकायतें कम मिलने से बांछे खिलीं : लोक सुराज अभियान में इस बार शराब दुकानों, को लेकर ग्रामीणों की शिकायतें काफी कम मिलीं है। पूरे जिले में आबकारी विभाग के संबंधित 114 शिकायतें की गई है। पिछली बार ऐसी शिकायतों की संख्या 184 रहीं।
अब सस्ते में दुकानें खोजने की कवायद : जिला आबकारी अमला नए वित्तीय वर्ष से जिले में सस्ते से सस्ता दुकान अच्छें से अच्छे लोकेशन में दुकानें खोज रहे है। ताकि उनकी बिक्री में और इजाफा हो सके।
बिक्री से गदगद है विभाग : आबकारी विभाग शराब की बिक्री को लेकर गद्गद है। औसतन बिक्री में विभाग को करीब 210 करोड़ रुपए का लक्ष्य दिया गया था। यह लक्ष्य नए साल के पहले ही माह में हासिल कर चुके है। इसलिए ठेका प्रथा से आय में जिला आगे निकल गया है।
नई नहीं खुलेगी : जिले में देशी-विदेशी शराब की नए वित्तीय वर्ष में नई दुकानें नहीं खुलेगा। साथ ही वर्तमान में संचालित सभी 71 शराब दुकानें यथावत् रहेगी। विभागीय समिति की बैठक में यह प्रस्ताव पास करके राज्य शासन को भेज दिया गया है।
बियर ने मुस्कान बढ़ाई : आबकारी विभाग जिले में बियर पीने वालों की लगातार वृद्धि से खपत व आय में इजाफा होने से काफी खुश है। कुल बिक्री में बियर का वृद्धि दर चार फीसदी पहुंच गया है। इसी तरह देशी शराब भी औसत वृद्धि में काफी बढ़ोतरी दर्ज की है। वहीं औसत रेंज की अंगे्रजी शराब की बिक्री में गिरावट आने पर विभाग चिंतित है। अधिकारी वर्ग इसकी वजह जानने में जुटे हुए है।
घट गए बियर-बॉर : वर्तमान में शहर में केवल दस बियर-बॉर संचालित किए जा रहे हंै। इसके नए लायसेंस का प्रस्ताव शासन स्तर पर छोड़ दिया गया है। पूर्व में शहर में 25 बॉर संचालित हो रहे थे। कुछ राष्ट्रीय राजमार्ग के दायरे में आने और एक मॉल में हत्या की घटनाएं होने की वजह से बंद हो गई। जिले के अन्य तहसील मुख्यालयों में बॉर लायसेंस नहीं है। इन पर विभाग की नजर रहती है।
सभी दुकानें यथावत रहेंगी : जिले में नए वित्तीय वर्ष में नया शराब दुकान खोलने का प्रस्ताव नहीं है। पुराने दुकानें की संख्या यथावत् रहेंगी। देशी की अपेक्षा विदेशी शराब की बिक्री में कुछ गिरावट दर्ज की गई है। लेकिन जिले में औसत बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। ठेका प्रथा की जगह विभागीय तौर पर शराब की दुकानें बेहतर तरीके से संचालित हो रहीं है।
एलएल ध्रुव, सहायक आयुक्त, आबकारी, बिलासपुर
Published on:
05 Feb 2018 02:43 pm
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