आरके नगर को नगर निगम में शामिल हुए कई वर्ष बीत चुके हैं। नगर निगम यहां पानी की सप्लाई से लेकर व्यवस्था दुरूस्त रखने के लिए लोगों से नियमित रूप से संपत्तीकर और जलकर वसूल कर रहा है। टैक्स में समेकित कर, डोर टू डोर कचरा कलेक्शन और सफाई व्यवस्था का शुल्क भी शामिल है। सफाई से लेकर स्ट्रीट लाइट और मवेशियों को पकड़ने की जिम्मेदारी नगर निगम की है, लेकिन यह व्यवस्था दुरूस्त करने में नगर निगम अब तक सफल नहीं हुआ है। आरके नगर के अधिकांश क्षेत्र में नालियां तो बनी हैं, लेकिन इसकी नियमित सफाई नहीं होने से निकासी समस्या बढ़ गई है। बारिश के मौसम में क्षेत्र की नालियां कचरे से पटी हुई हैं, जिससे बारिश के पानी की निकासी नहीं हो पा रही है।
शिकायतों का अंबार, लेकिन समाधान नहीं
आरके नगर में रहने वाले लोग पिछले 4 वर्षों से यहां की समस्याओं को लेकर लगातार निगम अधिकारियों से संपर्क कर अपनी बात रखते हुए समस्या का समाधान करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन लगातार शिकायतों के बाद भी अब तक निगम अधिकारी इसका समाधान नहीं कर पाए हैं।
मवेशियों से लोग परेशान
क्षेत्र में लगातार मवेशियों के सड़क घूमने और रात में स्ट्रीट लाइट नहीं होने का खामियाजा यहां के लोग भुगत रहे हैं। अंधेरे में सड़क पर बैठे मवेशी दिखाई नहीं देते और इससे राहगीर हादसों का शिकार हो रहे हैं। दिन में भी सड़क पर मवेशियों का कब्जा रहता है।
आरके नगर निवासी पराग तंबोली ने बताया कि नालियों की सफाई 2-3 महीने में एक बार होती है। सफाई करने वाले कर्मचारी कचरा निकालने के बाद उसे कई दिनों तक नहीं उठाते और फिर से वहीं कचरा नालियों में चला जाता है। बारिश शुरू होने के बाद आरके नगर में सफाई के लिए 1 बार ही कर्मचारी आए थे। वर्तमान में क्षेत्र की नालियां कचरे से पट गई हैं।
आरके नगर निवासी मोरिज जुएल ने बताया कि सड़क पर मवेशियों की समस्या लगातार बढ़ रही है। प्रकाश व्यवस्था चरमराई होने और सड़क पर मवेशियों का कब्जा होने के कारण रात में मवेशी दिखाई नहीं देते। इससे लगातार क्षेत्र में रहने वाले हादसों का शिकार हो रहे हैं। स्ट्रीट लाइट और मवेशियों की समस्या की मांग के बाद भी समाधान नहीं हुआ है।