
बिलासपुर. कोरोना काल में घर वापसी को लेकर केन्द्र व राज्य शासन की सहमित से जिन श्रमिकों को करोड़ो रुपए खर्च कर वापस लाया गया था। वे लगातार पलायन कर रहे हैं । स्थिति यह है मल्हार व पचपेड़ी क्षेत्र से बहुंत से गांवों में 75 प्रतिशत आबादी पलायन कर चुकी है। वहीं कुछ लोग हैं जो पलायन की तैयारी में हैं। शनिवार की रात हुई अपरहण की वारदात में बिल्हा व आसपास के क्षेत्र में अवैध तरीके से रुपए का लालच देकर श्रमिकों को फिर से पलायन कराया जा रहा है।
शनिवार की रात भुवनेश्वर प्रसाद व पुत्र अमिताभ प्रसाद दिनकर व अन्य 5 ने बिल्हा क्षेत्र के किसान अशोक कुर्रे का अपहरण किया था। अपहरण की वारदात के पीछे का उद्देश्य अब पुलिस पूछताछ में बाहर आ चुका है। असल में अपहरण के पीछे का कारण था पलायन, भुवनेश्वर व अमिताभ अपने साथियों सतीष चंद्र, भोंदल प्रसाद, सुरेन्द्र जांगड़े, राधेश्याम टंडन व देवचरण मिलकर मस्तूरी, बिल्हा व पामगढ़ से काम के लिए जरूरतमंद लोगों से सम्पर्क कर उन्हें ज्यादा रुपए मजदूरी में दिलाने का लालच देकर अवैध तरीके से पलायन कराने में लगे हुए हैं।
अपहरण के पीछे का कारण था अशोक कुर्रे व अन्य 14 लोगों को काम के लिए भेजने की बात कह पिता पुत्र ने रुपए दिए थे। रुपए लेने के बाद कुछ लोगों ने जाने से इंकार कर दिया था इसमें अजय कुर्रे भी था। अशोक का घर नजदीक होने के कारण भुवनेश्वर प्रसाद, अमिताभ व अन्य ने अपहरण कर अन्य लोगों के मन में खौफ भरने का प्रयास किया था इससे मना करने वाले भी चुप चाप काम करने चले जाएं।
लायसेंस पेश नहीं कर सके आरोपी पिता पुत्र
बिल्हा पुलिस ने अपहरण के मामले में श्रमिकों को बाहर भेजने रुपए देने की बात सामने आते ही आरोपियों से पुलिस ने लायसेंस की मांग की। पुलिस की पूछताछ में आरोपी पिता पुत्र व अन्य साथी किसी के पास भी श्रमिकों को बाहर भेजने का लायसेंस नहीं होने की बात स्वीकार की है।
Published on:
03 Nov 2020 08:29 pm
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