शहर से लगे घुरू वार्ड नंबर 49 बीआर यादव नगर बहतराई में रहने वाले लोग बुनियादी समस्या से जूझ रहे हैं। ग्राम पंचायत के दौरान यहां की सडक़ों का निर्माण और मरम्मत का काम हो जाता था।
बहतराई में प्रदेश स्तर के इंडोर और आउटडोर स्टेडियम बनाए जाने के बाद इसके किनारे उंचे सीसी रोड का निर्माण कर दिया गया, लेकिन नालियों का निर्माण करना पीडब्ल्यूडी और नगर निगम के अधिकारी भूल गए। जनप्रतिनिधियों ने भी इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया। बारिश के मौसम में यहां रहने वालों के घरों में बारिश का पानी घुटने तक भर रहा है।
रात में बारिश होने पर लोगों को रतजगा कर रात गुजारनी पड़ रही है। नगर निगम में पिछले 4 वर्षों में शामिल होने के बाद एक बार नालियों का निर्माण नहीं हुआ है। इसके कारण लोगों के घरों से निकासी समस्या आज भी यथावत है।
पानी की टंकी बनाई, लेकिन सप्लाई नहीं
करीब 10 वर्ष पूर्व नगर यहां ग्राम पंचायत काल में पानी की टंकी का निर्माण हुआ था, शुरूआत में लोगों के घरों में पेयजल की सप्लाई होती थी, लेकिन अब सप्लाई नहीं के बराबर होने के कारण लोगों को दूर दराज से पानी भरना पड़ रहा है।
सडकें नहीं, नालियों से पेयजल पाइप लाइन गुजरी
बहतराई के कुछ क्षेत्रों में पानी की सप्लाई के लिए बोर किया गया है। इससे निकलने वाले पानीकी सप्लाई की पाइप लाइन नालियों के बीच से गुजरी होने के कारण दूषित जल की सप्लाई का भी खतरा बढ़ गया है। वहीं बीते 4 वर्षों में नगर निगम ने यहां के कई क्षेत्रों में सड़क का निर्माण नहीं किया है जिससे लोगों को जर्जर और कच्ची सड़क से गुजरना पड़ रहा है।
नाली नहीं होने से परेशानी बढ़ी
बहतराई निवासी चंदाबाई जांगडे ने बताया कि नालियों का निर्माण नहीं होने से लनगातार निकासी समस्या बढ़ गई है। इससे घरों में पानी भर रहा है।
खुद साफ करनी पड़ती है नाली
बहतराई निवासी बोधराम साहू ने बताया कि नालियां कच्ची हैं और निकासी के लिए इसे खुद साफ करना पड़ता है। नहीं करने पर घरों में पानी भरता है।
पेयजल समस्या
बहतराई निवासी गोमती बाई ने बताया कि लगातार टैक्स का भुगतान करने के बाद भी नगर निगम से पेयजल की व्यवस्था नहीं की जा रही है।
कचरा लेने तक काई नहीं आता
बहतराई निवासी चन्द्र कुंवर गोड़ ने बताया कि जिस तरह शहर में कचरा उठाने और लेने के लिए गाड़ी आती है वैसा बहतराई में नहीं होता। कचरा नुक्कड़ में फेंकना पड़ता है।
जर्जर सड़कों से परेशानी
बहतराई निवासी बबूल साहू ने बताया कि जर्जर सड़कों को दुरूस्त करने के लिए कई बार पार्षद समेत नगर निगम अधिकारियों से मांग की जा चुकी है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो रहा है।