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10 ब्लाइंड मर्डर, 3 मृतकों की पहचान नहीं कर पाई पुलिस, 7 मामलों में आरोपियों का सुराग नहीं मिला

मृतकों के परिजन भी इंसाफ के लिए भटक रहे हैं।

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बिलासपुर . जिले में 10 ब्लाइंड मर्डर पुलिस के लिए मिस्ट्री बन गए हैं। मरने वाले 3 लोगों की पहचान करने में पुलिस के पसीने छूट गए हैं। वहीं 7 मामले ऐसे हैं, जिनमें मरने वालों की पहचान हो गई है, लेकिन हत्यारे को पुलिस पकडऩे में नाकाम रही है। इन मामलों की जांच करते थक चुकी पुलिस ने जांच बंद कर दी है। पुलिस के इस रवैए से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, जिसके चलते अपराधों का ग्राफ बढ़ रहा है। मृतकों के परिजन भी इंसाफ के लिए भटक रहे हैं।
केस-1 : सिरगिट्टी थानांर्तत ग्राम हरदी कला में दोना पत्तल फैक्ट्री व किराना दुकान के मालिक जगदीश कौशिक (57) की दुकान के बाहर रखवाली करते सोते समय 22 अप्रैल की रात हत्यारों ने धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी थी। 23 अप्रैल को उसकी लाश बिस्तर पर खून से लथपथ मिली थी। हत्यारे ने दुकान का ताला तोड़कर अंदर रखे 40 हजार नकद पार किए थे। दुकान के सीसीटीवी कैमरे में हत्यारे की धुंधली फोटो कैद हुई थी। पुलिस ने आरोपी तस्वीर के आधार पर करीब 3 दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। अब तक पुलिस हत्यारे का सुराग नहीं लगा पाई है।

केस- 2 : बेलगहना थानांतर्गत ग्रो कुरूवार में 2 मार्च को रात 10 बजे गांव में रहने वाले लोमस यादव पिता कृष्ण कुमार यादव (26) की सड़क पर खून से लथपथ लाश मिली थी। धारदार हथियार से गले रेतकर उसकी हत्या की थी। घटना से पहले उसे ग्रामीणों ने होली की रात गांव में लगे डीजे में मित्रों के साथ नाचने के बाद रात 9 बजे घर की ओर जाते देखा गया था। मामले में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था। दो महीने तक जांच के बाद भी पुलिस हत्यारे का सुराग नहीं लगा पाई है।
केस-3 : गौरेला थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम दौजरा निवासी गोपाल सिंह गोड़ पिता गुलाब सिंह गोड़ (35) की 20 अगस्त 2017 को खेत में खून से लथपथ लाश मिली थी। हत्यारों ने उसके गर्दन पर धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतारा था। मृतक अपने साथ 3 साल के बेटे अंश को साथ खेत लेकर गया था। रात में सोते समय उसकी हत्या की गई थी। हत्यारे ने मृतक के बेटे को कुछ नहीं किया था। सुबह नींद खुलने पर अंश को पिता की खून से लथपथ लाश बिस्तर पर मिली थी। इस मामले में भी पुलिस हत्यारे का सुराग नहीं लगा पाई है।
केस- 4 : तारबाहर रेलवे क्रासिंग के पास स्लीपर पर 21 जनवरी को एक महिला की कंबल से लिपटी औंधे मुंह पड़ी लाश मिली थी। मृत महिला का शव कंबल से ढंका था। चेहरे में चोट के निशान थे। मृतका की उम्र करीब 25-30 वर्ष थी। गले में मंगलसूत्र, कलाई में चूड़ी और मांग में सिंदूर था। मृतका की दाहिने हाथ की कलाई में गोदने से अंग्रेजी का शब्द लिखा था। हत्यारे ने उसकी पहचान छिपाने के लिए गोदने को धारदार हथियार से काटकर घाव बना दिया था। घटना स्थल के पास से सामान से भरा थैला मिला था, जिसमें जांजगीर जिला अस्पताल के रोगी कल्याण समिति नाम छपा थैला था। पुलिस मृतका की पहचान नहीं कर पाई है।

केस-5 : सकरी बाजार पारा में 9 सितंबर 2017 को रात सवा 11 बजे संतोषी भार्गव पति संजय भार्गव (32) को परिजनों ने झुलसे हालत में सिम्स लेकर गए थे, जहां डाक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया था। घटना के 9 महीने के बाद सिम्स के डॉ. एसएन गोले ने ने मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका की रीढ़ की टूटने के कारण मौत होने का खुलासा किया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने 13 मार्च 2018 को हत्या का मामला दर्ज किया था। मामले में पुलिस अब तक हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई है।
केस-6 : रतनपुर थानांतर्गत नवापारा पुल के नीचे 23 अप्रैल को एक युवक की लाश मिली थी। मृतक की गर्दन में चोट के निशान थे। मृतक की पहचान मध्यप्रदेश के छतरपुर निवासी प्रेम चौरसिया के रूप में हुई थी। वह हेल्पर था और छतरपुर निवासी ट्रक मालिक संजय चौरसिया के साथ कटनी से स्टोन डस्ट लेकर रायपुर सिलतरा के लिए निकला था। 23 अप्रैल को संजय की हाथ पैर बंधी लाश बेमेतरा थानांतर्गत शिवनाथ नदी पर टेमरी घाट में मिली थी। पुलिस को इस मामले में भी हत्यारो का सुराग नहीं मिला है।
केस-7 : गौरेला थानांतर्गत ग्राम धनगवां निवासी घनश्याम लाल पिता प्यारेलाल पनिका (40) की 29 अगस्त 2017 को खेत में खून से लतपथ लाश मिली थी। मृतक 28 अगस्त को दोपहर 2 बजे मवेशी चराने घर से निकला था। उसके दाहिने कंधे, आंख और कंधे में चोट के निशान थे। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। मामले में पुलिस अब तक हत्यारे तक नहीं पहुंच पाई है।

केस-8 : तखतपुर थानांतर्गत ग्राम बीजा में नवंबर 2014 में 25-30 वर्षीय एक महिला की खेत में खून से लथपथ लाश मिली थी। मृतका की पहचान छिपाने हत्यारों ने धारदार हथियार से चेहरा गोद डाला था। घटना स्थल से पुलिस को मृतका का थैला मिला था, जिसमें कपड़े थे। मृतका की पहचान के लिए पुलिस ने घटना स्थल की तस्वीर तखतपुर थाना क्षेत्र के अलावा मुंगेली जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवार के माध्यम से पहुंचाई थी। साढ़े 3 साल के बाद भी पुलिस मृतका की पहचान नहीं कर पाई है।
केस-9 : पेण्ड्रा स्थित सिंघरी तालाब के पास 17 अप्रैल को चौबे कॉलोनी निवासी भद्दू कोल की लाश मिली थी। मृतक कारपेंटर था। मृतक के शरीर में चोट के निशान थे। 16 अप्रैल को वह काम पर गया था और घर नहीं लौटा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने मृतक के सिर में हमला करने के बाद गला दबाकर हत्या करने की पुष्टि की थी। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया था। पुलिस अब तक हत्यारे का सुराग नहीं लगा पाई है।
केस-10 : रतनपुर थानांतर्गत ग्राम खैरा जलाशय में 9 अप्रैल को महिला की लाश मिली थी। मृतका के सिर में चोट के निशान थे। मृतका के पैर बंधे थे और पीठ में बड़ा पत्थर बांधकर जलाशय में फेंका गया था। मृतका की उम्र 30-35 वर्ष है। मृतका की लाश अर्ध नग्न हालत में मिली थी। पुलिस मृतका की पहचान नहीं कर पाई है।