गुजराती भवन में आयोजित भारतीय जैन संगठना के दिब्यांग शिविर में लक्ष्य से अधिक लोगों को कृत्रिम अंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। शिविर का २ जुलाई को समापन होगा।
बिलासपुर. गुजराती भवन में आयोजित भारतीय जैन संगठना के दिब्यांग शिविर में लक्ष्य से अधिक लोगों को कृत्रिम अंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। शिविर का २ जुलाई को समापन होगा। शिविर में जयपुर पैर के प्रमुख ने पहुंचकर अपनी सेवाएं दी।भारतीय जैन संगठना ने स्वयं के भवन, विश्रामगृह व अन्य सुविधा के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बिलासपुर में दो एकड़ जमीन कम से कम रियायती दर पर उपलब्ध कराने की मांग की गई है।
गौरतलब है कि भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर एवं रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड के सहयोग से भारतीय जैन संगठना एवं गुजराती समाज के सहयोग से 6 दिवसीय दिव्यांग शिविर आयोजित किया गया। 25 जून से प्रारंभ हुए इस शिविर का २ जुलाई को समापन होगा। शिविर में अब तक दिव्यांगों को आवश्यकतानुसार 145 कृत्रिम अंग, 105 कैलिपर्स, 135 कृत्रिम हाथ, 110 बैशाखी, 53 ट्राईसिकल, 75 व्हीलचेयर और 215 श्रवण यंत्र का वितरण किया गया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर के एग्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट एम्बेसडर सतीश मेहता रहे। इनके साथ ही रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड से प्रदीप फॉलोज, संघठना के राष्ट्रीय सचिव पंकज चोपड़ा, संघठना के प्रदेश अध्यक्ष मनोज लुंकड़, बिलासपुर जैनसभा के संरक्षक सनत जैन, पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार जैन एवं शिविर प्रभारी श्री मंगला हॉस्पिटल बिलासपुर के संचालक विजय जैन मौजूद रहे। शिविर को सफल बनाने के लिए दिन रात मेहनत करने वाले समस्त कार्यकर्ताओं को भी स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया।
जयपुर फुट २१ लाख को दिए कृत्रिम अंग
भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर के एग्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट एम्बेसडर सतीश मेहता ने बताया कि 1975 से जनसेवा में प्रयासरत हमारी समिति पूरी तरह से निशुल्क सेवा प्रदान करती है। यह समिति पूरे विश्व में जयपुर फुट के नाम से प्रसिद्ध है। विगत 48 वर्षों से अभी तक इस समिति ने 21 लाख से अधिक दिव्यांगों को कृत्रिम अंग उनके जीवन में खुशियां बिखेरी हैं। अब तक 40 अन्य देशों में भी अपनी सेवाएं दी है। संस्था द्वारा विदेशों में अब तक 99 शिविर लगाए जा चुके हैं।
इनका हुआ सम्मान
शिविर समापन पर संगठन ने सभी सहयोगी चिकित्सकों एवं हॉस्पिटल्स का सम्मान किया। इस कड़ी में कैंसर जांच एवं परामर्श के लिए बाल्को मेडिकल सेंटर रायपुर, नेत्र परीक्षण के लिए श्री अरविंदो नेत्रालय रायपुर, सामान्य जांच एवं चेकअप के लिए श्री मंगला हॉस्पिटल बिलासपुर के समस्त डॉक्टर्स की टीम, होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ अंशुमान जैन एवं डॉ सतीश कौशिक, आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ राघवेंद्र सिंह एवं कान संबंधी जांच के लिए आशा स्पीच एंड हियरिंग क्लिनिक की डॉक्टर गुंजन अग्रवाल का सम्मान किया गया।
संगठना बिलासपुर जोन के सक्रिय सदस्य अमरेश जैन व संगठना टीम के अनुसार सकल जैन समाज अपने प्रतीक चिन्ह पर अंकित वाक्य परस्परोपग्रहों जीवाणाम अर्थात जीवो के परस्पर में उपकार है। सभी जीव एक दूसरे पर आश्रित हैं, को सदैव आत्मसात करता रहा है। इस परंपरा को कायम रखते हुए धार्मिक, सामाजिक एवं लोक हितकारी कार्यों के लिए समर्पित भारतीय जैन संघठना, भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर एवं रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में एवं सकल जैन समाज बिलासपुर और श्री गुजराती समाज बिलासपुर के सहयोग से शिविर का आयोजन किया गया। इस निशुल्क दिव्यांग शिविर के सफल आयोजन की सबसे मुख्य कड़ी रही जयपुर से आई 12 सदस्यों की टीम, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से दिन-रात कृत्रिम अंग बनाकर दिव्यांगों के जीवन को एक नई सुबह दी। भारतीय जैन संघठना बिलासपुर ने जयपुर से आए अनुज लोधी, नितिन प्राण नाथ शर्मा, मोतीलाल शर्मा, उजागर सिंह लांबा, देवेंद्र समोटा, गजेंद्र सिंह, श्यामवीर, इस्लाम अहमद, अनवर, किशनपाल, राजेंद्र सिंह और नवरतन जी का सम्मान किया। इसके साथ ही जैन समाज बिलासपुर के विभिन्न पंथों के अध्यक्षों एवं श्री गुजराती समाज के अध्यक्ष का भी सम्मान किया गया। इसके साथ ही भारतीय जैन संघठना द्वारा इस
इनका रहा सहयोग
शिविर को सफल बनाने में प्रवीण कोचर, संजय छाजेड़, अजय छाजेड, आंचल जैन, अमित जैन, राजू तेजाणी, महिपाल सुराना, राकेश तेजानी, रितेश तेजानी, क्षिप्रा जैन, अंशुल जैन, पराग जैन, डॉ अंशुमन जैन, अरिहंत जैन, विजय जैन, गोपाल वेलानी, अभिनव डाकलिया, ऋतु जैन, सीमा जैन, गौरव जैन, पूर्णिमा सुराणा, सुनीता जैन, विनोद लुनिया, कमल जैन, मनीष जैन, स्वप्निल जैन, भावेश गांधी, अर्चना नाहर सहित संघटना टीम जुटी रही।