
पोखर में भरा पानी
बिलासपुर.एटीआर में इस आर 500 से अधिक जगहों पर वन्य जीवों के लिए पानीकी व्यवस्था है। इनमें से कई प्राकृतिक तलैया हैं, तो कई पोखर बनवाए गए हैं।
तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार जा रहा है। भीषण गर्मी और उमस से लोग ही नहीं वन्यजीव भी हलाकान हैं। गर्मी के दिनों में जंगलों में पानी की कमी होने से वन्यजीवों की मौत तक हो जाती है। इसे देखते हुए इस बार एटीआर प्रबंधन ने विशेष ध्यान दिया है। जंगल में ऐसे स्थान, जहां दूर-दूर तक पानी नहीं है, वहां पोखर बना कर इसकी व्यवस्था की गई है। पानी कहीं सूख तो नहीं गया, इसकी भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। संबंधित अधिकारियों की मानें तो इस बार 500 से अधिक जगहों पर पानी की व्यवस्था है। लिहाजा वन्य प्राणियों को इसके लिए भटकना नहीं पड़ रहा है।
पानी नहीं मिलने पर वन्यजीव जंगल से बढ़ते हैं गावों की ओर
पानी की व्यवस्था करना इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि जंगल से पानी की तलाश में भटकते हुए वन्य प्राणियों के बाहर निकलने पर शिकारियों की निगाहें भी उनकी ओर टिकी रहती हैं। शिकारियों का ध्यान इस ओर रहता है कि भीषण गर्मी में जंगलों के जलस्रोत सूख जाने के कारण प्यासे वन्यजीव शहर और गांवों बढ़ेंगे, तब उनका शिकार आसान होगा। इस कारण अधिकारी-कर्मचारी सजग हैं और जो भी व्यवस्था वन्य जीवों के लिए करना है, उसका उचित इंतजाम करने में जुटे हुए हैं।
जंगल में वन्य प्राणियों के लिए पर्याप्त पानी
अचानकमार टाइगर रिजर्व में वन्यजीवों के लिए पानी की पर्याप्त व्यवस्था है। 500 से अधिक पोखर हैं, जिससे वन्यप्राणियों को किसी भी प्रकार से पानी की कमी नहीं हो रही है। इसके लिए कर्मचारी भी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।
विष्णु नायर, डिप्टी डाइरेक्टर, एटीआर
Published on:
17 Jun 2023 01:21 pm
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