23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सेंदरी में रेत के साथ चिल्फी पत्थर के अवैध उत्खनन से बने गड्ढे में डूबकर हुई थी तीन लड़कियों की मौत

  बिलासपुर. अरपा नदी में रेत के साथ चिल्फी पत्थर का अवैध उत्खनन आज भी हो रहा है। ढाई वर्ष पूर्व महामाया चौक से अंबिकापुर नेशनल हाईवे निर्माण का ठेका लेने वाले ठेकेदार पर खनिज विभाग ने चिल्फी पत्थर खुदाई करने पर साढ़े 12 लाख का जुर्माना किया था। रेत और चिल्फी पत्थर खुदाई से बने गड्ढे में बहकर आई रेत का अवैध उत्खनन हुआ और पानी आने पर नहाने गए तीन लड़कियों की मौत हुई थी।

2 min read
Google source verification
सेंदरी में रेत के साथ चिल्फी पत्थर के अवैध उत्खनन से बने गड्ढे में डूबकर हुई थी तीन लड़कियों की मौत

सेंदरी में रेत के साथ चिल्फी पत्थर के अवैध उत्खनन से बने गड्ढे में डूबकर हुई थी तीन लड़कियों की मौत



रेत माफिया नदी में अवैध उत्खनन की सारी हदें पार कर चुके हैं। रेत के लिए ऐसी खुदाई हो रही है कि नदी में 10-12 फुट गहरे गड्ढ़े तक कर दिए गए हैं। नदी से रेत के साथ चिल्फी पत्थर के अवैध उत्खनन का खेल आज भी जारी है। ढाई वर्ष पूर्व मार्च 2021 में महामाया चौक से अंबिकापुर तक नेशनल हाईवे का ठेका लेने वाले ठेकेदार ने सेंदरी रेत घाट से अवैध रूप से चिल्फी पत्थर का उत्खनन किया था। पत्रिका ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित की थी। खनिज विभाग के अधिकारी पत्रिका में खबर प्रकाशित होने के बाद ठेकेदार पर 12 लाख 59 हजार रुपए का जुर्माना किया था। इसके बाद प्रकरण एसडीएम को भेज दिया गया था।


खुदाई से बना 10 फुट का गड्ढा , यही बन रहा जानलेवा

चिल्फी पत्थर की खुदाई से सेंदरी में 10 फुट का गड्ढा बन गया है। नदी में पानी आते ही बहकर आने वाली रेत यहां भर जाती है। रेत माफिया इसी गड्ढे से जेसीबी और मजदूरों के माध्यम से अवैध उत्खनन कर रहे हैं। पिछले 2 महीने से अवैध उत्खनन के कारण ढाई साल पहले हुई चिल्फी पत्थर की खुदाई से बना गढ़ा फिर से गहरा हो गया। नदी में पानी तो अया गया, लेकिन इसमें रेत नहीं भर पाई। इसी गढ्ढ़े में डूबकर 18 जुलाई को सेंदरी में रहने वाली 3 लड़कियों की मौत हो गई है।

नदी में एक नहीं हजारों जानलेवा गड्ढे
अरपा नदी में पिछले कुछ वर्षों से लगातार हो रही खुदाई के कारण अरपा नदी में एक नहीं हजारों बडे़ गढ्ढे हो गए हैं। नदी में पानी आते ही इन गढ्ढों में आसानी से रेत और बहकर आने वाली मिट्टियां नहीं भरने के कारण ये तालाब के रूप में बदल जाते हैं जो आसानी से दिखाई नहीं देते। यही कारण है कि आनजान व्यक्ति इन गड्ढों को देखकर समझ नहीं पाते और डूब जाते हैं।


ढाई वर्ष पूर्व सेंदरी रेत घाट से अवैध चिल्फी पत्थर उत्खनन के मामले में नेशनल हाईवे निर्माण के ठेकेदार पर 12 लाख 59 हजार रुपए का जुर्माना किया गया था। अवैध उत्खनन पर लगातार विभाग कार्रवाई कर रहा है।

राहुल गुलाटी
खनिज निरीक्षक