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बारिश तो बारिश, गर्मी में भी छत से लेकर भूतल तक दीवारों पर सीपेज, जगह-जगह टपक रहा पानी

बारिश के दिनों में तो यहां के रहवासी फर्श और बिस्तर पर पानी झोंकने के लिए झुग्गी बस्तियों की तरह बर्तन लगाकर रतजगा करते हैं।

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Sakri Aawas

बिलासपुर . आईएचएसडीपी योजना के आवासों का हाल बेहाल है। बारिश के दिनों में छत से पानी तो टपकता ही है। गर्मी में भी सारे आवासों में छत से पानी टपक रहा है। छत से लेकर भूतल तक दीवारों में सीपेज है। लगातार पानी रिसने के कारण छत का प्लास्टर बिस्तर पर गिर रहा है। राज्य शासन की क्रियान्वयन एजेंसी नगर निगम ने सकरी में जैन इंटरनेशनल स्कूल के पहले आईएचएसडीपी योजना के तहत आवासों का निर्माण कराया है। इन आवासों में विभिन्न इलाकों से खाली कराए गए झुग्गी बस्तियों के रहवासियों को शिफ्ट किया गया है। महज चार साल में ही योजना के तहत बने मकानों की स्थिति जर्जर हो चुकी है। बहुमंजिला भवन की छत से पानी रिसने के कारण छत से लेकर भूतल तक दीवारों में सीपेज है। काई की मोटी परत जमी हुई है। कहीं छत से प्लास्टर अलग हो रहा है, कहीं तो कमरों के अंदर बीम से दीवार लटककर अलग हो गई है। बारिश के दिनों में तो यहां के रहवासी फर्श और बिस्तर पर पानी झोंकने के लिए झुग्गी बस्तियों की तरह बर्तन लगाकर रतजगा करते हैं। बारिश तो बारिश इन मकानों में बारहों माह सीपेज से लोग हलाकान हैं।

डायरेक्टर दे चुके जांच के निर्देश : नगरीय प्रशासन विभाग के डायरेक्टर प्रियरंजनदास ने तत्कालीन निगम आयुक्त रानू साहू के कार्यकाल में आईएचएसडीपी योजना के आवासों का निरीक्षण कर निर्माण कार्य को घटिया बताते हुए जांच के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश के बावजूद निगम प्रशासन ने आज तक इसकी जांच ही नहीं कराई।
क्या कहते हैं रहवासी - कभी भी ढह सकता है : शासकीय योजना के आवास के निर्माण में गुणवत्ता को लेकर घोर लापरवाही बरती गई है। छत का प्लास्टर उधडऩे के कारण छत से लेकर पूरी बिल्डिंग में सीपेज आ रहा है। सरकारी आवास का कोई भरोसा नहीं कभी भी ढह सकता है।
रामवृक्ष भगत, सकरी आवास आई ब्लॉक
पूरे घर में सीपेज : छत का प्लास्टर उधडऩे के कारण पानी टंकियों का पानी बहकर रिस रहा है। छत से लेकर दीवार तक सीपेज ही सीपेज है। निगम के अफसरों को कई बार शिकायत की जा चुकी है कोई सुनने वाला नहीं है। लगता है जब कोई हादसा होगा तभी निगम के अफसर जागेंगे।
अभिनव तिग्गा, सकरी आवास आई ब्लॉक

समस्या ही समस्या : शासकीय आवास में समस्या ही समस्या है। जब मकान का कब्जा दिया गया, तब से बाथरूम टूटा हुआ है। ले देकर इसे ठीक कराए फिर भी पानी रिस रहा है। मकान का लेंटर क्रेक होने के कारण दीवार पर सीपेज आ रहा है। छत से पानी टपकता है।
जसिता तिग्गा, सकरी आवास आई ब्लॉक
कोई देखने वाला नहीं : छपरा भाठा मंगला की झुग्गियों को तोड़कर करीब तीन साल पहले हमें यहां शिफ्ट कराया गया है। जिस समय मकान दिया गया उस समय सभी मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने का दावा किया गया था। उसके बाद कोई झांकने तक नहीं आया।
राजकुमार अनंत, सकरी आवास जे ब्लॉक
इससे बेहतर हमारी झुग्गी थी : छत, दीवार सब जगह से सीपेज है। मकान के नाम पर निगम ने जंजाल दे दिया है। इससे अच्छा तो मंगला छपराभाठा का हमारा खपरे वाला मकान था।
मीना गेंदले, सकरी आवास जे ब्लॉक
गिर रहा प्लास्टर : लगातार पानी रिसने के कारण छत का प्लास्टर गिर रहा है। रहवासियों पर खतरा मंडरा रहा है। छत से लेकर दीवारों तक में सीपेज है। 4-5 साल से यहां रह रहे हैं, निगम के अफसरों से शिकायत भी कर चुके हैं।
बतसिया बाई, सकरी आवास जे ब्लॉक