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Shekhar Suman बोले- बॉलीवुड के माफिया ग्रुप वक्त पड़ने पर आपकी लाश से होकर अपनी मंजिल पर पहुंच जाएंगे

शेखर सुमन (Shekhar Suman) कहते हैं हमारी फिल्म इंडस्ट्री बेरहम नहीं है, यहां के कुछ लोग हैं, जो ढोंग करते हैं। उन्होंने नकाब ओड़ रखा है। बॉलीवुड में जो फिल्म माफिया के ग्रुप वाले हैं, यह वक्त पड़ने पर आपकी लाश पर खड़े होकर अपनी मंजिल पर पहुंच जाएंगे।

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Sunita Adhikari

Jun 26, 2020

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Shekhar Suman

नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput Death) की मौत के बाद शेखर सुमन (Shekhar Suman) ने कई खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा कि वह सुशांत की मौत को खुद से जोड़कर देख सकते हैं, क्योंकि उनके बेटे अध्ययन (Adhyayan Suman) के जीवन में भी वह वक्त आया था, जब वह सुशांत की ही तरह डिप्रेशन में चले गए थे।

मेरे बेटे के साथ भी यही हुआ है

शेखर सुमन ने हाल ही में एक न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में कहा कि 'आज सुशांत सिंह राजपूत हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनके जानें के बाद जिस तरह की बातें सामने आ रही हैं, उन्हें मैं समझ सकता हूं। क्योंकि मेरे बेटे अध्ययन के साथ हो चुका है और आज भी होता आ रहा है। जिस तरह से सुशांत को मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया गया और बाद में साइन की गई फिल्मों से निकाल दिया गया, ठीक इसी तरह अध्ययन के साथ भी हुआ।'

यह प्रक्रिया मौत से भी बद्दतर है

वह आगे कहते हैं, 'फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) के एक खास ग्रुप द्वारा जो सोशल और प्रोफेशनल बॉयकॉट होता है, वह एक यंग टैलेंट को दिमागी रूप से बुरी तरह तोड़ कर रख देता है। यह बहुत ही बुरा प्रॉसेस है। एक यंग लड़का जो आत्मविश्वास से भरा होता है, उसे हीन भावना से इस तरह से भर दिया जाता है कि वह ही अंदर खोखला हो जाता है। वह खुद को कमजोर समझने लगता है। वह पूरी तरह टूट जाता है और यह प्रक्रिया मौत से भी बुरी होती है।'

बड़ी बेदर्द है फिल्म इंडस्ट्री

शेखर सुमन कहते हैं, 'हमारी फिल्म इंडस्ट्री बेरहम नहीं है, यहां के कुछ लोग हैं, जो ढोंग करते हैं। उन्होंने नकाब ओड़ रखा है। बॉलीवुड में जो फिल्म माफिया के ग्रुप वाले हैं, यह वक्त पड़ने पर आपकी लाश पर खड़े होकर अपनी मंजिल पर पहुंच जाएंगे। ये फिल्म इंडस्ट्री बड़ी बेदर्द है। जब तक आप चल रहे हैं और जब तक आप उस नेक्सस का हिस्सा हैं, तब तक तो ठीक है। लेकिन जैसे ही आप ढलान पर उतरे तो यह लोग आपको लात मारकर नीचे गिरा देंगे। शेखर सुमन ने कहा कि बॉलीवुड में परिवार वाली कोई बात नहीं है। अगर इसे कोई परिवार कहेगा तो मैं इसे महाभारत का परिवार कहूंगा। यहां पैसा और नाम कमाने के लिए साम, दाम, दंड और भेद सभी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है।'