अक्षय कुमार ने बताया,’मुझे जब यह स्क्रिप्ट सुनाई गई तो सबसे ज्यादा हैरान इस बात पर था कि आजतक किसी ने इस विषय पर फिल्म बनाने की सोची क्यों नहीं. सारागढ़ी का युद्ध 21 सिख जवानों के बहादुरी की अमरगाथा है।’ साथ ही उन्होंने बताया कि 21 सिख सारागढ़ी फोर्ट के अंदर थे और 10 हजार अफगान सैनिक फोर्ट पर कब्जा करने आए थे। उन्हें लगा था कि इन 21 को हम महज आधे घंटे में खत्म कर देंगे और फोर्ट में कब्जा कर लेंगे। वे सारागढ़ी फोर्ट पर कब्जा करने के बाद दो और फोर्ट पर कब्जा करना चाहते थे।
यहां तक की अक्षय ने फिल्म के क्लाइमैक्स का भी खुलासा कर दिया। उन्होंने बताया,’ये लड़ाई सुबह 9 बजे शुरू हुई और शाम 6 बजे तक लड़ते-लड़ते 21 सिख लड़ाके शहीद हो गए थे। तब तक काफी देर हो गई थी। सिख रेजीमेंट के दूसरे लोग आ गए थे. आखिरकार अफगान लड़ाकों को भागना पड़ा था।’