एक रिपोर्ट के अनुसार फूड एंड सिविल सप्लाईज मिनिस्टर ( Food and Civil Supply Minister ) छगन भुजबल ( Chhagan Bhujbal) ने उनकी इस यात्रा की जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि अक्षय कुमार की टीम की ओर से इस विवाद पर कहा गया है कि उनके पास जरूरी परमिशन थी और वे नासिक में डॉक्टर अशरफ से मिलने गए थे। नासिक कमिश्नर ऑफ पुलिस के द्वारा उनके पास दिया गया प्रमाण पत्र भी है।
इससे पहले अक्षय कुमार की यात्रा पर भुजबल ने मीडिया से शनिवार सुबह बात करते हुए कहा मैंने जिले की कलेक्टर से इस मामले में परमिशन दिए जाने को लेकर बात की है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि नाशिक सिटी पुलिस ने उन्हें इस तरह का वीआईपी ट्रीटमेंट कैसे दिया, इसकी भी जांच की जाएगी।
इस घटना से क्षेत्र के लोगों में भी रोष है। बताया जाता है कि, लोगों ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान एक्टर को विशेष सुविधा मुहैया कराने पर सवाल खड़े किए हैं। साथ ही अक्षय के एक रिसोर्ट में रूकने को लेकर ये कहकर सवाल उठाए जा रहे हैं कि जब लॉकडाउन में होटल,रिसोर्ट जैसी सुविधाएं बंद हैं तो स्टार को क्यों दी गईं।
बताया जाता है कि अक्षय ने नासिक के त्रयम्बकेश्वर में अजनेरी गांव गए थे। इस गांव में ही उनका हेलीकॉप्टर उतारा गया था। राज्य के मंत्री छगन भुजवल का कहना है की वो अक्षय को दी गई सुरक्षा और लॉकडाउन में इस तरह वीआईपी मेजबानी की जांच करवाएंगे। इस पर अक्षय की टीम की तरफ से बताया गया कि एक्टर एक डॉक्टर से मिलने गए थे। इसके लिए उन्होंने आवश्यक अनुमति ली थी।