अनूप जलोटा ने नवभारत टाइम्स से बातचीत करते हुए बताया कि ड्रग्स आज नहीं आया है। ये तो बहुत पहले से समाज में चल रहा था लेकिन आज सरकार इसके पीछे पड़ गई है। ड्रग्स कहां है, इसे पकड़ों उसे पकड़ो, ड्रग्स बेचने वालों को पकड़ों। जबकि इंडस्ट्री में ऐसा चलता है ये तो पहले से ही उजागर है। सिर्फ बॉलीवुड में ही नहीं बल्कि अन्य जगहों पर भी ड्रग्स का चलन है। मुझे लगता है कि कभी कुछ चीजें ठीक करने के लिए होती हैं। सुशांत सिंह राजपूत का बलिदान इसी ड्रग्स को भारत देश से खत्म करने के लिए हुआ है।
अनूप जलोटा ने आगे कहा कि जो लोग ड्रग्स में फंसे हैं या लेते हैं वो कमजोर होते हैं। मेरे आसपास आजतक ऐसे लोग नहीं भटके जो ड्रग्स से संबंधित हो। आप को खुद को मजबूत रखना होता है, नियंत्रित करना होता है फिर ड्रग्स की जरूरत आपको नहीं पड़ेगी। हालांकि अब जिस तरह से ड्रग्स की सफाई पर काम कर चल रहा है मुझे लगता है कि ये जल्द ही देश से खत्म हो जाएगा।