
aribam syam sharma
फिल्म निर्माता अरिबम श्याम शर्मा को सरकार ने वर्ष 2006 में पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा था। अब 13 साल बाद उन्होंने यह पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का फैसला लिया है। दरअसल उन्होंने 'नागरिकता संशोधन विधेयक' के विरोध में यह पुरस्कार लौटाने की घोषणा की है। 83 वर्षीय शर्मा ने ये घोषणा मणिपुर के इम्फाल में की। बता दें कि दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम ने शर्मा को 2006 में मणिपुरी सिनेमा और फिल्मों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए इस सम्मान से नवाजा था। शर्मा मणिपुर के जाने-माने फिल्मकार व कंपोजर हैं।
क्या कहा शर्मा ने:
शर्मा ने कहा, 'मणिपुरवासियों को सुरक्षा की जरूरत है। 500 से अधिक सदस्यों वाले सदन (लोकसभा) में राज्य के सिर्फ एक या दो सदस्य हैं। ऐसे में संसद के भीतर देश के उत्तर पूर्वी हिस्से की आवाज क्या और कैसी होगी।' साथ ही उन्होंने कहा, 'छोटे या बड़े पर राज्य के नाते केंद्र सरकार हमारा सम्मान करे। इसे आबादी के आधार पर नहीं मापा जाना चाहिए। मैं यह मुद्दा इसलिए उठा रहा हूं। उत्तर पूर्वी राज्यों संयुक्त रूप से जब कोई चीज सरकार के समक्ष पेश करें, तब उसे उस चीज पर विचार करना चाहिए। अगर सरकार ऐसा नहीं किया जाएगा, तो स्वाभाविक है कि हम विरोध जताएंगे।'
क्या है नागरिकता संशोधन विधेयक:
मोदी सरकार ने 1955 के कानून को संशोधित किया है। इससे अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के गैर-मुस्लिमों (हिंदु, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी व इसाई) समुदाय के लोगों को नागरिकता देने का रास्ता साफ होगा। नए कानून के तहत लोगों को 12 की बजाय 6 साल में भारतीय नागरिकता मिलेगी। वैध दस्तावेज नहीं होने पर भी गैर-मुस्लिमों को लाभ मिलेगा। बता दें कि सिटीजनशिप अमेंडमेंट बिल 2016, इसी साल 8 जनवरी को लोकसभा में पास हुआ। माना जा रहा है कि मोदी सरकार इस बिल को बजट सत्र में ही राज्यसभा में पास कराने का प्रयास करेगी। हालांकि, पूर्वोत्तर में बिल का विरोध जारी है।
Updated on:
03 Feb 2019 08:46 pm
Published on:
03 Feb 2019 08:33 pm
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