एक्टर आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) ने अभी हाल ही दिए एक इटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा करते हुए बताया है कि- “इस फिल्म इंडस्ट्री में सिर्फ महिलाएं ही कास्टिंग काउच (Casting Couch) का शिकार नही बनती, बल्कि पुरुषों को भी कई बार इसका सामना करना पड़ता है।“
इंटरव्यू में आयुष्मान खुराना ने बताया कि वो भी अपने शुरुआती दिनों में कास्टिंग काउच का शिकार होने वाले थे। उन्होंने कहा, “एक कास्टिंग डायरेक्टर ने मुझे इस बात के लिए काफी जोर डाला था कि अगर मैं उसे अपने टूल्स दिखाऊंगा तो वह मुझे फिल्म में लीड रोल देगा। लेकिन मैनें ऐसा करने से साफ मना कर दिया, और उसके ऑफर को ठुकरा दिया।”
उन्होंने कहा, ”जब भी मैं ऑडिशन देने के लिए जाता था, वहां वो सोलो टेस्ट लेते थे, लेकिन धीरे-धीरे वहां लोगों का नंबर बढ़ जाता था और एक ही कमरे में कम से 50 लोग हो जाते थे और जब मैं इसका विरोध करता था तो मुझे निकाल दिया जाता था। इसलिए मैंने रिजेक्शन्स भी देखे हैं।”
इस इंडस्ट्री के सुपरस्टार बने आयुष्मान खुराना ने कभी अपनी मंजिल को पाने के लिए हार नहीं मानी, और हमेशा ऐसी बातों की परवाह किए बिना मेहनत के दम से उन्होंने अपना मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा, ”कि करियर की शुरुआत में मैंने जो असफलताएं देखीं, अगर मैंने शुरुआत में असफलताएं नहीं देखी होती तो शायद मैं आज भी उसे संभाल नहीं पाता।”
उन्होंने बताया कि हर स्टार के लिए शुक्रवार का दिन सबसे महत्वपूर्ण होता है, क्योकि यह दिन स्टार्स की किस्मत बदल देता है जो कि मेरे साथ हुआ। पिछले 2-3 सालों में मेरे लिए शुक्रवार हर बार अच्छा ही रहा है।”
बता दें, कि इससे पहले राजीव खंडेलवाल, सुवरीन चावला, ईशा कोपिकर जैसे सितारें भी कास्टिंग काउच पर बात कर चुके हैं।