
Padmavati_Row
संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावती' की रिलीज हो लेकर देशभर में हो रहे विवाद के बीच राजस्थान के जयपुर स्थित नाहरगढ़ किले पर घटी एक घटना से लोग सदमे में है। इस घटना के सामने आने के बाद ये लगता है कि अब पद्मावती का विरोध न जाने कितने बेकसूरों की जान लेकर खत्म होगा। शुक्रवार सुबह नाहरगढ़ किले की दीवार पर एक युवक लटकता दिखाई दिया। स्थानीय लोगों की इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची तो वहां युवक को लटकता पाया और पास में ही पत्थरों पर स्लोगन लिखा मिला कि, 'पद्मावती का विरोध करने वालों हम किले पर सिर्फ पुतले नहीं जलाते, लटकाते हैं'। दूसरे स्लोगन में लिखा मिला-'हम पुतले नहीं, लटकाते है पद्मावती'। वहीं एक पत्थर पर लिखा हुआ था 'चेतन तात्रिंक'।
शव की हुई पहचान
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। कहा कि पद्मावती फिल्म से जुड़ी जो धमकियां पत्थर पर लिखी मिली हैं, वो इसी व्यक्ति से जुड़ी हैं या नहीं, ये कहना मुश्किल है। पुलिस ने मृतक के शव उतार लिया है। मृतक का नाम चेतन सैनी (40) बताया जा रहा है, जो शास्त्री नगर इलाके का रहने वाला है। लड़के के पास से मुंबई का एक टिकट भी मिला है। फिलहाल पुलिस मामले को खुदकुशी और हत्या दोनों एंगल से देख रही है।
घटना पर करणी सेना ने क्या कहा ?
शव मिलने पर करणी सेना के प्रमुख ने लोकेंद्र कालवी ने कहा, 'जो कुछ हुआ वो बहुत गलत है। लोग जिस तरह आक्रोशित हो रहे हैं जोश में होश खो रहे हैं, उसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। हम इसका किसी भी तरह से समर्थन नहीं करते। ऐसा विरोध बिल्कुल गलत है।' लोकेंद्र कालवी ने कहा, 'ये घटना पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण हैै। करणी सेना के लोग इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि फिल्म में पद्मावती की छवि को गलत तरीके से दिखाया गया है।'
पत्थर पर लिखा चेतन तांत्रिक, आखिर कौन है ये?
नाहरगढ़ किले में जिस युवक का शव लटकता हुआ मिला है उसके पास पत्थर पर तांत्रिक चेतन राघव लिखा हुआ है। मलिक मोहम्मद जायसी के महाकाव्य पदमावत में तांत्रिक चेतन का जिक्र है। तांत्रिक चेतन राघव चित्तौड़गढ़ के राणा रावल रतनसिंह के दरबार में हुआ करता थ।
एक बार उसकी तंत्र विद्या से आहत होकर राजा ने उसे दरबार से बाहर कर दिया था और देश निकाला दे दिया था। तांत्रिक ने पूर्णिमा की रात पहले ही तंत्र विद्या से पूर्णिमा का चांद दिखा दिया था। इससे पंडितों के साथ साथ राजा रतनसेन भी नाराज हुए थे जो तंत्र विदया के खिलाफ थे। देश निकाले के बाद तांत्रिक चेतन राघव उलाऊद्दीन खिलजी के दरबार में पहुंचा था।
वहां उसने खिलजी को रानी पदमावती की सुंदरता का बखान किया था। जायसी की पदमावत के अनुसार चेतन राघव ने जिस तरह से रानी पदमावती की सुंदरता के बारे में विस्तार से खिलजी को बताया था उसके बाद ही खिलजी की रानी पदमावती को पाने ही इच्छा जाग्रत हुई थी और उसने चित्तौड़गढ़ के किले पर हमला किया था।
राजपूत समाज के लोग चेतन तांत्रिक को बहुत बड़ा दोषी मानते हैं। उनके मुताबिक चेतन तांत्रिक की वजह से ही खिलजी की रानी पदमावती को पाने ही इच्छा जाग्रत हुई थी, और उसन किले पर हमला किया था।
फिल्म पद्मावती को लेकर क्या आपत्ति है?
राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी लीडर्स और हिंदूवादी संगठनों ने इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। राजपूत करणी सेना का मानना है कि इस फिल्म में पद्मिनी और खिलजी के बीच इंटीमेट सीन फिल्माए जाने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंची है। लिहाजा, फिल्म को रिलीज से पहले पार्टी के राजपूत प्रतिनिधियों को दिखाया जाना चाहिए।
अब तक क्या हुआ?
पद्मावती के रिलीज का विरोध मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश और कर्नाटक तक पहुंच गया है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और यूपी में सरकार ने इसे रिलीज नहीं करने की बात कही। राजस्थान की राजपूत करणी सेना के अलावा राजघराने भी फिल्म के खिलाफ हैं। इनकी मांग है कि इसे रिलीज करने के पहले उन्हें दिखाई जाए। इसके विरोध में राजपूतों ने चितौड़गढ़ का किला बंद रखकर भी प्रदर्शन किया था। करणी सेना ने दीपिका पादुकोण की नाक काटने, हरियाणा के बीजेपी नेता ने दीपिका और भंसाली का सिर काटने पर 10 करोड़ के इनाम का एलान किया था।
Updated on:
24 Nov 2017 02:04 pm
Published on:
24 Nov 2017 02:00 pm
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