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धर्मेंद्र ने 5 मिनट में ‘हुकूमत’ के लिए लिया था फैसला, निर्देशक ने बताया ये दिलचस्प किस्सा

Dharmendra Ready For Hukumat: धर्मेंद्र ने फिल्म 'हुकूमत' के लिए केवल 5 मिनट में फैसला लिया था, जो उनके करियर का एक खास और दिलचस्प पहलू बन गया। निर्देशक ने बताया कि जब उन्हें स्क्रिप्ट पहली बार धर्मेंद्र को पेश की तो उन्होंने बिना सोचे, समझे हां कर दी।

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धर्मेंद्र ने 5 मिनट में 'हुकूमत' के लिए लिया था फैसला, निर्देशक ने बताया ये दिलचस्प किस्सा

धर्मेंद्र (सोर्स: X)

Dharmendra Ready For Hukumat: बॉलीवुड सिनेमा के फेमस अभिनेता धर्मेंद्र, जिन्हें उनके एक्शन और दमदार किरदारों के लिए 'ही-मैन' के नाम से जाना जाता है, उन्होंने अपने छह दशक लंबे करियर में अनगिनत यादगार फिल्में दी हैं। रोमांस, एक्शन, कॉमेडी या इमोशन, हर जॉनर में उन्होंने अपनी एक्टिंग से दर्शकों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी है। बता दें, 'गदर 2' जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म के निर्देशक अनिल शर्मा ने भी उनसे जुड़ा एक बेहद खास अनुभव शेयर किया है, जिसमें अनिल शर्मा ने बताया है कि कैसे फिल्म 'हुकूमत' बनाने के दौरान आई मुश्किलों में धर्मेंद्र ने उनकी मदद की और एक सच्चे मार्गदर्शक की भूमिका निभाई।

'हुकूमत' की कहानी सुनाने धर्मेंद्र जी के पास गए

अनिल शर्मा ने एचजेड फाइल्स पॉडकास्ट पर उस दौर को याद करते हुए बताया कि जब वो 'हुकूमत' की कहानी सुनाने धर्मेंद्र जी के पास गए थे, तब वो सिर्फ 25 से 26 साल के थे। दरअसल, धर्मेंद्र उस समय के हाई-फाई सितारे थे, लेकिन उन्होंने युवा निर्देशक की बात को पूरी गंभीरता से सुना। जबकि अनिल के पास उस वक्त पूरी स्क्रिप्ट तैयार नहीं थी बल्कि सिर्फ 5 मिनट का एक कच्चा आइडिया था। धर्मेंद्र ने बेहद ध्यान से वो 'पांच मिनट का आइडिया' सुना और बिना सोचे समझे और स्क्रिप्ट जाने हामी भर दी थी।

डायरेक्टर अनिल शर्मा ने बताया की इस पर धर्मेंद्र ने कहा था, "इसमें बहुत कमियां हैं, लेकिन ये एक बेहतरीन फिल्म बन सकती है। तुम खूब मेहनत से काम करो, मैं ये फिल्म कर रहा हूं।" बता दें, धर्मेंद्र ने सिर्फ कहानी पर भरोसा नहीं जताया, बल्कि एक युवा निर्देशक के सपने को उड़ान देने का भी फैसला किया। उन्होंने फिल्म साइन करते वक्त अपनी हैसियत के मुताबिक ज्यादा पैसों की मांग नहीं की। अनिल शर्मा के पिता ने उन्हें कुछ ही पैसे दिए, क्योंकि धर्मेंद्र को सिर्फ कहानी पसंद आई थी और वो उसके लिए काम करने को तैयार थे।

'हुकूमत' का सफर आसान नहीं

हालांकि, 'हुकूमत' का सफर आसान नहीं था। अनिल शर्मा ने बताया कि पैसे की कमी के चलते उनकी फिल्म बीच में ही रुक गई थी। एक फाइनेंसर ने 30 लाख रुपये खर्च करने का वादा किया था, लेकिन उसने केवल 5 लाख रुपये ही दिए। जब यह बात धर्मेंद्र को पता चली, तो उन्होंने खुद मामला अपने हाथ में लिया। उन्होंने बिना किसी झिझक के निर्देशक अनिल शर्मा को अपनी जेब से 3 लाख रुपये दिए, ताकि फिल्म का काम फिर से शुरू हो सके। बता दें, धर्मेंद्र की इस दरियादिली और समर्थन ने 'हुकूमत' को अनिल शर्मा के लिए एक बड़ी हिट बना दिया। इस फिल्म की कामयाबी ने दोनों के बीच एक मजबूत और अटूट रिश्ता कायम कर दिया।