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बजरंगबली के किरदार से अमर हुए दारा सिंह ने अंतिम दिनों में जताई थी ये इच्छा..

मरने से पहले दारा सिंह की थी अंतिम इच्छा पिता दारा सिंह की अंतिम इच्छा का बिंदू सिंह ने किया खुलासा

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नई दिल्ली। रामानंद सागर का बहुचर्चित सीरियल 'रामायण' इन दिनों चर्चा में है। 21 दिन के लॉकडाउन पर लोगों की मांग को देखते हुए इसका दूरदर्शन पर पुनरप्रसारण हो रहा है। 33 साल बाद भी रामायण से लोगों का मोह भंग नहीं हुआ है। रामायण एक बार फिर टीआरपी की दौड़ में सभी रिकॉर्ड्स ब्रेक करते हुए औव्वल निकला हैं। 33 साल पहले जब तकनीकी तौर पर सीरियल आज के मुकाबले कमज़ोर होते थे, लेकिन उस दौर में रामायण के सभी पात्रों को अपने जीवंत अभिनय से कलाकारों ने बाखूबी निभाया था।ऐसे ही एक कलाकार जिन्होंने हनुमान जी के रोल को ना सिर्फ जीवंत किया बल्कि उनके अभिनय ने हमेशा हमेशा के लिए उन्हें अमर बना दिया वो कलाकार थे दारा सिंह।

रेसलिंग से अपने करियर की शुरुआत करने वाले दारा सिंह का निधन सन 2012 में 83 वर्ष की उम्र में हुआ था। उन्होंने फिल्मों में अभिनय से शुरुआत करके एक सफल निर्माता, निर्देशक के तौर पर अपनी पहचान कायम की थी। दारा सिंह ने सन1976 में बजरंगबली फिल्म से अभिनय का सफर शरू किया, बादमें रामानंद सागर के सीरियल रामायण में हनुमान बने।

बतादें मृत्यु से पूर्व दारा सिंह की ख्वाहिश थी एक बार रामायण फिर देखने को मिले। एक इंटरव्यू के दौरान उनके बेटे विंदू दारा सिंह ने ये खुलासा किया।

विंदू ने बताया, 'जीवन के अंतिम दिनों में मैं उनकी हर छोटी बड़ी ज़रूरतों के बारे में पूछता था।' विंदू ने बताया 'कई बार पूछने पर उन्होंने कहा कि रामायण लगा दो। मैं इसे एक बार फिर देखना चाहता हूं। वे रामायण को बड़े उत्साह से देखते थे, एक दिन में पांच एपिसोड्स देख लिया करते थे'।

दारा सिंह अपने जीवन में तीन बार हनुमान का रोल निभा चुके हैं। पहली बार सन 1976 में रिलीज हुई फिल्म बजरंगबली में, दूसरी बार रामानंद सागर की रामायण में और तीसरी बार बीआर चोपड़ा के टीवी सीरियल महाभारत में हनुमान का किरदार निभाय था।