
Amitabh bachchan
आज के दौर में जहां मिस इंडिया का खिताब जीतने वाली सुंदरियों को फिल्मों में काम करने का मौका आसानी से मिल जाता है वहीं नूतन (Nutan) को फिल्में पाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा था। लेकिन एक समय ऐसा आया जब फिल्म इंडस्ट्री में नूतन के नाम का डंका बजने लगा और बाद में एक के बाद एक कठिन भूमिकाओं को निभाकर वह फिल्म इंडस्ट्री में स्थापित हो गईं। वैसे तो उन्होंने अपने कॅरियर में ढेर सारी हिट फिल्में दी। लेकिन वर्ष 1968 में प्रदर्शित फिल्म 'सरस्वतीचंद्र' की अपार सफलता के बाद नूतन फिल्म इंडस्ट्री की नंबर वन नायिका के रूप में स्थापित हो गईं। वर्ष 1973 में फिल्म 'सौदागार' में नूतन ने एक बार फिर अविस्मरणीय अभिनय किया।
नूतन के बड़े फैन हैं अमिताभ
फिल्म 'सौदागर' में नूतन के साथ काम कर चुके महानायक अमिताभ बच्चन उनके बड़े फैन हैं। यूं तो अमिताभ बच्चन ने हर एक बड़ी अभिनेत्री के साथ काम किया है। लेकिन नूतन ऐसी अभिनेत्री थी जिन्होंने उन पर खास असर छोड़ा है। नूतन भले ही आज दुनिया में नहीं हैं। लेकिन अमिताभ की यादों में वे आज भी अमर हैं। हाल ही में अमिताभ ने फिल्मफेयर में उनको याद करते हुए एक किस्सा शेयर किया। उन्होंने बताया, 'एक बार मैंने नूतन को सड़क क्रॉस करते हुए देखा। उस समय मैं स्कूटर चला रहा था। उन्हें देखते ही मैं लगभग अपने स्कूटर से गिर ही गया था। इसके कुछ वक्त बाद वो इंडस्ट्री की लीडिंग लेडी बनीं। वह मेरे लिए एक चत्मकार जैसा रहा।
'सीमा' से मिली पहचान:
वैसे नूतन फिल्मी परिवार से थी, उन्हें अभिनय विरासत में मिला था क्योंकि उनकी मां शोभना समर्थ भी एक्ट्रेस थीं। नूतन को वर्ष 1950 में प्रदर्शित फिल्म 'हमारी बेटी' में अभिनय करने का मौका मिला। लेकिन इसके बाद 'हमलोग', 'शीशम', 'नगीना' और 'शबाब' जैसी कुछ फिल्मों में अभिनय किया लेकिन इन फिल्मों से वह कुछ खास पहचान नहीं बना सकी। उन्हें सिनेमा में असली पहचान वर्ष 1955 में प्रदर्शित फिल्म 'सीमा' से मिली थी। इसके बाद नूतन ने एक बाद एक हिट फिल्में दी।
Updated on:
21 Feb 2019 07:53 pm
Published on:
21 Feb 2019 07:45 pm
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