वेब सीरीज में काम करना बेहद मुश्किल
फिल्म और वेबसीरीज दोनों में शूट के दौरान के अनुभव को साझा करते हुए इमरान ने बताया, ‘हमने ‘बार्ड ऑफ ब्लड’ के लिए 7 एपिसोड्स शूट किए। हर एक एपिसोड45 मिनट का है। यह फिल्म से दुगना लंबा है। फिल्म और वेबसीरीज को शूट करने के रूल्स सब एक जैसे हैं, लेकिन वेब सीरीज के लिए आपको ज्यादा काम करना पड़ता है।’
हर किरदार का अपना स्टाइल होता है
एक जासूस की भूमिका निभाना कितना मुश्किल रहा। इस सवाल पर इमरान ने बताया, ‘मुझे लगता है आपको इस किरदार के लिए उसकी सोच को समझना जरूरी है। वह एक जासूस बन अपनी जिंदगी में कितने डर का सामना करता है। इस दौरान आपकी बॅाडी लैंग्वेज पर भी ध्यान देना जरूरी है। आपको स्क्रिप्ट में लिखे किरदार को जिंदा करने के लिए उसमें जान डालनी पड़ती है। उसका अपना एक स्टाइल क्रिएट करना पड़ता है ताकि दर्शकों को वह पसंद आए।’
सिनेमा वक्त के साथ बेहतर हुआ है
अपने कॅरियर में आए बदलाव पर एक्टर बोले, ‘आज का सिनेमा नई और कुछ हटकर आई कहानियों पर ध्यान दे रहा है। आजकल एक्टर्स को नए- नए किरदारों पर एक्सपेरिमेंट करने का मौका मिलता है जो काफी अच्छा है। एक डिजिटल प्लेटफॅार्म के आने से आपके रास्ते और खुल गए हैं।’
पिछली फिल्मों से बहुत कुछ सीखा
अपने पिछली फिल्मों के बारे में इमरान ने कहा, ‘मैं जब अपने पिछली फिल्मों और काम को देखता हूं तो बहुत गर्व महसूस होता है। कहीं न कहीं मैंने अपने पिछले काम की वजह से ही यह पहचान बनाई है। कई फिल्में ऐसी होती हैं जिसे करने के बाद आप महसूस करते हैं कि यह आपके लिए बनी ही नहीं थी या यह फिल्म ऐसी नहीं बननी चाहिए थी जैसी बनी। लेकिन यह सबकुछ हमें कुछ सिखाकर जाता है। अगर हम गलतियां नहीं करेंगे तो सीखेंगे कैसे। अपने आपको सुधारने के लिए रिस्क लेना बहुत जरूरी है।’