बॉबी देओल ने कहा,’मेरे 25 वर्ष के कॅरियर में बहुत कुछ सीखा है। मैंने जीवन में कई गलतियां की। काश मैंने वो 2—3 साल बर्बाद नहीं किए होते। मैंने उन गलतियों से जो सबक सीखे हैं, उन्हें मैं भूलना नहीं चाहता। हर दिन आप जिंदगी से कुछ सीखते हैं। अच्छा वक्त आता है तो परेशानियां भी आती हैं। यह सब सीखा है मैंने 25 वर्षों में।’
Exclusive: बॉबी देओल बोले-काश! वो 3 साल बर्बाद ना किए होते, लग गई थी शराब की लत
वेब सीरीज आश्रम में मैं एक बाबा का रोल प्ले कर रहा हूं। कभी सोचा नहीं था कि इस तरह का किरदार निभाने का मौका मिलेगा। कई वर्षों से प्रकाश जी के साथ भी काम करने की इच्छा थी, जो इस सीरीज से पूरी हुई। जब उन्होंने मुझे यह रोल आॅफर किया तो बहुत रोचक लगा। यह कहना है बॉलीवुड अभिनेता बॉबी देओल का। जल्द ही बॉबी धर्मगुरुओं पर आधारित वेब सीरीज में नजर आएंगे। इसमें वे नेगेटिव किरदार निभा रहे हैं। उन्होंने पत्रिका एंटरटेनमेंट से खास बातचीत में अपने इस प्रोजेक्ट और पर्सनल लाइफ के अनुभव शेयर किए।
अलग—अलग रोल निभाने की चाहत नेगेटिव किरदार को चुनने के पीछे कोई खास वजह नहीं है। मैं बस अलग—अलग तरह के किरदार करना चाहता हूं। जब अलग—अलग तरह के किरदार करते हैं तो लोग आपके काम को पहचानने और समझने लगते हैं। मैं तो चाहता हूं कि मेरा काम देखकर मुझे और भी अलग तरह के रोल आॅफर हों। ओटीटी पर इस तरह का काम करने का मौका मिलता है।
ओटीटी की व्यूअरशिप अलग ओटीटी के बढ़ते प्रभाव का सिनेमाघरों पर क्या फर्क पड़ेगा? इस सवाल पर बॉबी ने कहा, ‘अभी इसके बारे में कहना मुश्किल है। मौजूदा हालात को देखते हुए कह नहीं सकते कि सिनेमाघर कब खुलेंगे। ओटीटी की व्यूअरशिप अलग है। जो लोग सिनेमाघरों में नहीं जा सकते, उनके मनोरंजन के लिए ओटीटी बहुत अच्छा जरिया है।’
नशे के चक्कर में पड़ गया था इंसान बहुत कमजोर होता है। जब उस पर परेशानियां आती हैं तो वह सहारा ढूंढता है। जब मेरा कॅरियर सही नहीं चल रहा था तो मैं भी शराब के चक्कर में पड़ गया था। मैं उसमें सहारा ढूंढ रहा था। मैं युवा कलाकारों को यही कहना चाहूंगा कि स्ट्रगल हर किसी की जिंदगी में होता है। इसके लिए आपको पॉजिटिव रहना बहुत जरूरी है।’
25 साल में बहुत कुछ सीखा बॉबी देओल ने कहा, मेरे 25 वर्ष के कॅरियर में बहुत कुछ सीखा है। मैंने जीवन में कई गलतियां की। काश मैंने वो 2—3 साल बर्बाद नहीं किए होते। मैंने उन गलतियों से जो सबक सीखे हैं, उन्हें मैं भूलना नहीं चाहता। हर दिन आप जिंदगी से कुछ सीखते हैं। अच्छा वक्त आता है तो परेशानियां भी आती हैं। यह सब सीखा है मैंने 25 वर्षों में।’
मेहनत और टैलेंट ही आगे बढ़ाता है इंसाइडर्स और आउटसाइडर्स पर चल रही बहस के प्रश्न पर बॉबी ने कहा,’ इंसाइडर होने से पहली फिल्म तो आसानी से मिल जाती है, लेकिन मेहनत और टैलेंट ही आगे बढ़ाता है। सभी पेरेंट्स अपने बच्चों का कॅरियर बनते देखना चाहते हैं। मेरे पापा एक्टर हैं और मैं भी एक्टिंग में आना चाहता था। उन्होंने मेरे लिए फिल्म बनाई, उसके बाद तो मेरे काम की वजह से ही मेरी पहचान बनी। स्ट्रगल सभी के लिए है, लेकिन जो मेहनत करेगा वो आगे बढ़ेगा।’