यूँ तो जगदीप ने फ़िल्मों में कई प्रकार के रोल को निभाया हैं। लेकिन हमेशा से ही उनकी कॉमेडियन रोल को काफ़ी ज़्यादा पसंद किया गया हैं। उनकी कॉमेडी उनके फ़ैन्स को काफ़ी ज़्यादा पसंद आती हैं। उनकी एक्टिंग और उनके एक्सप्रेशन पर लोग क़ायल हुआ करते थे।जगदीप ने खुद एक इंटरव्यू में बताया था कि वे सलीम-जावेद की एक फिल्म कॉमेडियन का रोल प्ले कर रहे थे। लेकिन मेरे डायलॉग बहुत ज्यादा बड़े-बड़े थे तो मैंने डायरेक्टर से बारे में बात की। उन्होंने मुझे जावेद साहब के पास ये कहकर भेज दिया कि जाकर उनसे बात करो।
जब मैंने जाकर उनसे बात करी तो फिर जाकर मेरी जावेद साहब ने डायलॉग शॉर्ट कर दिया। मैं बहुत खुश हो गया और हमारे बीच अच्छी बातचीत भी होने लगी। फिर हम रोज को शाम को बैठकर एक-दूसरे को कहानी-किस्से सुनाने लगे। जावेद साहब के साथ शाम बीताने के दौरान एक बार उन्होंने मुझे फिल्म शोले के बारे में बताया। मुझे लगा कि हमारी बीच अच्छी दोस्ती है तो मुझे इसमें काम करने का मौका मिलेगा।
लेकिन अफसोस मुझे बुलावा नहीं आया।अचानक डायरेक्टर रमेश सिप्पी का फोन और उन्होंने फिल्म शोले में काम करने के लिए बुलाया। लेकिन मैंने उनसे कहा कि फिल्म तो बन गई है और शूटिंग भी खत्म हो गई है। फिर उन्होंने कहा- नहीं अभी कुछ सीन बाकी है और ऐसे मैं सूरमा भोपाली बन गया। जगदीप ने बॉलीवुड की करीब 400 फिल्मों में काम किया। स्क्रीन पर उनकी कॉमेडी देख दर्शक ठहाका लगाए बिना नहीं रह पाते थे। उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट भी फिल्मों में काम किया था।