29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Kajol’s Mom Strict Upbringing: आखिर क्यों बचपन में काजोल ने खूब मार खाई अपनी मां तनुजा से

Kajol's Mom Strict Upbringing: और इसलिए काजोल ने उसकी अगली साल बोर्डिंग स्कूल से बैग पैक कर भागने की कोशिश भी की थी। वो बस स्टॉप पर पहुंच ही गई थीं कि तभी स्कूल वाले वहां आए और उन्हें वापस हॉस्टल ले गए।

3 min read
Google source verification
poojaa.jpg

नई दिल्ली। Kajol's Mom Strict Upbringing: बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्रियों में से एक 'काजोल' किसी खास परिचय की मोहताज नहीं हैं। सालों से वह अपनी बेहतरीन अदाकारी द्वारा दर्शकों के दिलों पर राज करती आई हैं। इसके अलावा काजोल उन बॉलीवुड स्टार्स में से एक हैं, जो अपनी निजी जिंदगी के बारे में कम बात करते हैं यानी पर्सनल लाइफ को लाइमलाइट से दूर ही रखते हैं।

लेकिन काजोल का एक पुराना इंटरव्यू है जिसमें वह अपनी निजी जिंदगी के बारे में कई बातें बताती नजर आई थीं। जो कि काफी चर्चा में भी रहा था। तो आइए जानते हैं उन खास बातों के बारे में जो काजोल ने इस इंटरव्यू में कही थीं...

आपने बहुत से पुराने लोगों से सुना होगा कि, बचपन में उन्हें खूब झाड़ू, बेलन, चप्पल आदि से मार पड़ी थी। और शायद पहले के समय में माता-पिता द्वारा अपने बच्चों को सजा देने या परवरिश का तरीका भी आज से अलग सा था। आपको जानकर हैरानी होगी कि मशहूर अदाकारा काजोल का भी बचपन कुछ ऐसा ऐसा ही रहा है। काजोल ने इस इंटरव्यू में खुलासा किया था कि उनकी मां तनुजा मुखर्जी भी बहुत ही सख़्त थीं, खासकर बच्चों को लेकर।

यह भी पढ़ें:

काजोल की मां तनुजा को अनुशासन बहुत पसंद था और वह चाहती थीं कि उनकी बेटियां भी वही सीखें। तो जब भी कभी काजोल कोई ग़लती करतीं या फिर बात ना मानकर अपनी मनमानी करती, तो तनुजा काजोल की पिटाई कर देती थीं। और उस समय गुस्से में तनुजा के हाथ जो भी आता वो उससे ही काजोल की पिटाई करने लगती थीं। काजोल ने यह भी कहा कि, बचपन में उन्हें मां से प्यार भी बहुत मिला परंतु, मां ने उस प्यार से बिगाड़ा नहीं।

काजोल की मां तनुजा थोड़ी सख्त स्वभाव की थीं, इसलिए काजोल को कभी बैडमिंटन रैकेट से मार पड़ती, तो कभी उनकी मां हाथ में आया कोई भी बर्तन उठाकर उन पर फेंक देती थीं। इंटरव्यू के दौरान काजोल ने बताया कि, उनकी मां का मानना था कि ज़्यादा दुलार से बच्चे बिगड़ जाते हैं। इसलिए ग़लती करने पर उन्हें वो सजा भी देती थीं।

इस इंटरव्यू में उन्होंने एक बड़ा ही मजेदार वाकया भी साझा किया था कि, पहली बार जब वो बोर्डिंग स्कूल गईं थीं, तब साल भर तक उन्हें घर की बहुत याद आई थी। और इसलिए काजोल ने उसकी अगली साल बोर्डिंग स्कूल से बैग पैक कर भागने की कोशिश भी की थी। वो बस स्टॉप पर पहुंच ही गई थीं कि तभी स्कूल वाले वहां आए और उन्हें वापस हॉस्टल ले गए। इसके अलावा काजोल ने ये भी बताया कि, उनकी मां के फैसलों में उनके पापा ने कभी दखलअंदाजी करने की कोशिश नहीं की। काजोल का अपनी मां और बहन तनीषा के साथ एक बहुत ही प्यारा और खास रिश्ता है।