दरअसल, शो के दौरान अमिताभ ने अपने सरनेम बदलने की कहानी सुनाई। उन्होंने इस राज़ से पर्दा उठाया कि आखिर कैसे उनका सरनेस श्रीवास्तव से बच्चन हुआ। अमिताभ ने शो में स्वीकारा कि उनका सरनेम श्रीवास्तव होता है, लेकिन उनके पिता हरिवंश राय बच्चन जात-पात में भेदभाव देखना पसंद नहीं करते थे। ऐसे में उन्होंने तय किया कि वह अपने नाम के साथ कोई भी सरनेम इस्तेमाल नहीं करेंगे।
शो में अमिताभ ने कहा, “मेरे पिताजी का नाम हरिवंश राय श्रीवास्तव था। भारत में श्रीवास्तव या किसी और सरनेम का ये मतलब होता है कि वो किसी जाति से संबंध रखता है। मेरे पिताजी को इस व्यवस्था से नफ़रत थी जिसके चलते उन्होंने अपने नाम से जाति को हटाया और अपना नाम हरिवंश राय बच्चन नाम अपना लिया। तब से बच्चन परिवार का सरनेम बन गया। बच्चन मेरे पिताजी द्वारा जाति और सम्प्रदाय को ना मानने का ब्रांड था। मैं इस विरासत को आगे बढ़ाने में गर्व महसूस करता हूं। मैं बच्चन हूं।” अमिताभ ने आगे बताया कि, ” जब जनगणना करने वाले आते हैं और मुझसे मेरा धर्म पूछते हैं तो मैं हमेशा जवाब देता हूं कि मैं किसी धर्म से नहीं हूं, मैं भारतीय हूं।”
बता दें अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय ने उनका नाम इन्कलाब रखा था, लेकिन हरिवंश के मित्र कवि सुमित्रानंदन पंत के सुझाव पर उनका नाम ‘अमिताभ’ नाम रख दिया गया। वहीं वर्कफ्रंट की की बात करें तो अमिताभ बच्चन इन दिनों फिल्म गुलाबो-सिताबो की शूटिंग में व्यस्त हैं। फिल्म की कहानी एक घर के मालिक और उनके किरायेदार के बीच प्रेम-घृणा के रिश्ते के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म में मकान मालिक के किरदार में अमिताभ बच्चन और किरायेदार के किरदार में आयुष्मान खुराना नजर आएंगे ।