तो आपको बता दें कि माधुरी दीक्षित ने अपने फिल्मी कॅरियर की शुरूआत 1984 में फिल्म ‘अबोध’ से की थी, लेकिन उस समय सफलता उनका हाथ चूम कर निकल गई। लेकिन माधुरी में सफलता पाने की ललक अभी खत्म नहीं हुई थी…उसने सफलता के लिए हर-छोटी बड़ी फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। फिर क्या था 1988 में माधुरी के कॅरियर में वो मौका आया जो वो सपने में देखा करती थीं, जब उन्हें स्टारडम का स्वाद चखने को मिला वो फिल्म ‘तेजाब’ थी…जिसमें उनके अपोजिट अभिनेता अनिल कपूर थे। यही वो फिल्म थी जिसके लिए माधुरी को बेस्ट एक्ट्रेस का पहला नॉमिनेशन मिला।
अगर ये कहा जाए कि माधुरी के असली कॅरियर की शुरूआत यहीं से हुई तो गलत नहीं होगा। उस समय अनिल कपूर और श्रीदेवी की सबसे हिट जोड़ी हुआ करती थीं, लेकिन माधुरी ने अपने डांस स्क्रील्स और बेजोड़ एक्टिंग के दम पर श्रीदेवी को मात देकर अनिल कपूर के साथ अपनी जोड़ी को हिट बनाया।
एक और फैक्ट जो हम आपको बताने जा रहे जानकर चौंक जाएंगे आप। फिल्म ‘तेजाब’ के लिए पहली पसंद माधुरी दीक्षित नहीं थीं बल्कि मीनाक्षी शेषाद्रि को साइन किया गया था, लेकिन कम फीस और शूटिंग शेड्यूल सही नहीं बैठने के कारण ये फिल्म माधुरी के खाते में गई। बस यहीं से माधुरी के कॅरियर को नई उड़ान मिल गई जो आने वाले कई सालों तक जारी रही।
इस फिल्म के बाद माधुरी ने दिन-दोगुनी, रात-चौगुनी सफलता पाई और अपना नाम हिंदी सिनेमा की सफलतम अभिनेत्रियों की लिस्ट में दर्ज करवाया। आज भी लोग उनकी हर अदा और एक्टिंग के कायल हैं।