प्रकाश मेहरा
‘जंजीर’ जिस मूवी ने रातोंरात अमिताभ बच्चन को स्टार बना दिया था। लेकिन इसके पीछे हाथ था प्रकाश मेहरा का जिनका जन्म बिजनौर में हुआ था वैसे अमिताभ बच्चन की पहचान बॉलीवुड में शांत स्वभाव के इंसान के रूप में की जाती थी। लेकिन प्रकाश मेहरा ने उन्हें ‘एंग्री यंग मैन’ का खिताब दिलाया फिर शुरू हुई से ‘हेरा-फेरी, नमक हलाल जैसी फिल्मों से अमिताभ का कि एक्टिंग का से केवल भारत में ही बल्कि विश्वभर में तारीफें होने लगी। प्रकाश मेहरा ने 1 मार्च 2015 दुनिया को अलविदा कह दिया था लेकिन आज भी उनके बनांए ‘एंग्री यंग मैन’ को आज भी लोग याद बेहद प्यार करते हैं। यहां तक की शराबी फिल्म के डायलॉग्स और गाने तीन दशक से युवाओं की जुबान पर चढ़े हुए हैं। आज 21वीं सदी में भी अमिताभ बच्चन लगातार काम कर रहे हैं और कई युवाओं की प्रेरणा के स्त्रोत है।
सतेंद्र पाल चौधरी
मुंबई में मेरठ का पन लाने वाले संतेद्र पाल चौधरी का जन्म बागपत जनपद में हुआ था। उन्होंने मुंबई शहर में मेरठ जैसा रूताब बनाया हुआ था। अमिताभ बच्चन को लेकर सतेंद्र पाल चौधरी ने कई फिल्म प्रोडसूस की। उनके हेरा-फेरी, नमक हलाल और शराबी में एंग्री अमिताभ से इमोशनल कराए। कहते हैं कि शराबी फिल्म में अमिताभ का किरदार मेरठ के पंजाबी परिवार के एक युवक से प्रभावित था। शराबी फिल्म का मुझे नौलखा मंगा दे रे, गाना हरियाणवी फिल्म ‘चंद्रावल’ के ‘मेरा चुनर मंगा दे रे ओ नणदी के बीरा’ का रीमेक है।
अकरम ‘बच्चन
जहां पूरी दुनिया अमिताभ बच्चन की फैन है वहीं एक शख्स है जिनके फैन खुद अमिताभ बच्चन हैं। 2005 में जब अमिताभ की तबीयत बहुत खराब थी और करोड़ो की संख्या में उनके फैन्स उनके लिए प्रार्थना कर रहे थे उस दौरान अकरम उर्फ बच्चन ने शाहपुर से अजमेर शरीफ तक पैदल यात्रा की थी। जिसकी वजह से उनके पांव छाले पड़ गए थे। लेकिन अमिताभ बच्चन के लिए उनके दिल प्यार मे जो प्यार था उसके सामने उन्हें वो छाले भी ना दिखाई दिए और उसी हालत में वो अमिताभ की सलामती की दुआ मांगने गए और मुंबई में मन्नत आकर ही उनके कदम रूके।