आज दुनिया दिलीप कुमार को ए आर रहमान के नाम से ही जानती है। वो जब सिर्फ 9 साल के थे तब उनके पिता का निधन हो गया था। वहीं हाल ही में रहमान की मां करीमा बेगम ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया था। बचपन में पिता के जाने के बाद उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। रहमान ने फिल्मों में म्यूजिक की दिशा बदल दी। वो कोई भी धुन बनाते हैं सब नई लगती हैं। रहमान की जिंदगी को लेकर उनके धर्म के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं।
बचपन में रहमान की बहन बहुत बीमार पड़ गई थी जिसके बाद उन्होंने कई डॉक्टरों को दिखाया। हालांकि उनकी बहन ठीक नहीं हुई। कई जगह मन्नतें मांगने के बाद जब उनकी बहन ठीक नहीं हुई तो रहमान ने एक मस्जिद में दुआ की। रहमान की बहन के लिए दुआ काम कर गई और वो ठीक हो गईं। इस अनोखे चमत्कार को देख रहमान ने इस्लाम धर्म कुबूल कर लिया।
रहमान के नाम के पीछे एक किस्सा और भी है जिसका जिक्र उनकी बायोग्राफी द स्पिरिट ऑफ म्यूजिक में किया गया है। जिसमें बताया गया है कि रहमान को अपना नाम पसंद नहीं था जिसके बाद वो एक ज्योतिषी के पास गए थे। उन्होंने रहमान को नाम बदलने की सलाह दी और उनका नाम बदल गया। रहमान की मां चाहती थी कि वो अपने नाम के आगे अल्ला रख्खा लगाए जिसके कारण वो ए आर रहमान पड़ा। बता दें कि रहमान को 4 नेशनल अवॉर्ड और 15 फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा चुका है। वहीं दो ऑस्कर अवॉर्ड भी दिए जा चुके हैं।