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जानें क्यों राजेश खन्ना को कहते हैं बॅालीवुड का ‘पहला सुपरस्टार’

अभिनेता राजेश खन्ना हिंदी सिनेमा के पहले बॉलीवुड सुपरस्टार हैं।

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मुंबई

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Riya Jain

Dec 29, 2018

rajesh khanna 1st bollywood superstar in hindi cinema know why

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हिंदी सिनेमा में काका के नाम से मशहूर अभिनेता राजेश खन्ना (rajesh khanna) की आज 76वीं जयंती (rajesh khanna 76th birthday) हैं। अमृतसर में जन्में राजेश खन्ना अपने जमाने के मशहूर रोमांटिक स्टार रहे हैं। उस जमाने में लड़कियों के बीच उनका चार्म इतना था कि लड़कियां काका के लिए अपना हाथ तक काट लेती थीं। राजेश खन्ना ने इस इंडस्ट्री को कुल 180 फिल्में और 163 फीचर फिल्में (rajesh khanna top movies) में दी हैं। वह एक बेहतरीन एक्टर होने के साथ-साथ एक अच्छे निर्देशक व निर्माता थे। इसके अलावा तीन साल (1969-71) में उन्होंने 15 सोलो हिट फिल्में दी थीं। यही कारण था जिसकी वजह से वह हिंदी सिनेमा के पहले बॉलीवुड सुपरस्टार कहे जाने लगे।

राजेश खन्ना शुरूआती दौर में रंगमंच से जुड़े और बाद में यूनाईटेड प्रोड्यूसर एसोसिएशन द्वारा आयोजित ऑल इंडिया टैलेंट कान्टेस्ट में भाग लेकर जीत हासिल की। राजेश खन्ना ने साल 1966 में चेतन आंनद की फिल्म ‘आखिरी खत’ से बॅालीवुड में डेब्यू किया।

लेकिन इस फिल्म के बाद लगातार तीन साल तक वह फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष करते रहे। इसके बाद राजेश खन्ना की निर्देशन शक्ति सामंत की फिल्म अाराधना से उनकी किस्मत चमकी। बेहतरीन गीत-संगीत और अभिनय से सजी इस फिल्म की ‘गोल्डन जुबली’ कामयाबी ने राजेश खन्ना को ‘स्टार’ के रूप में स्थापित कर दिया।

'अराधना' के बाद से अभिनेता राजेश खन्ना शक्ति सामंत के प्रिय हो गए। यही कारण था कि उन्हें शात्ति के साथ 'कटी पतंग', 'अमर प्रेम', 'अनुराग', 'अजनबी', 'अनुरोध' और 'आवाज' में काम करने का मौका मिला।

क्या आप जानते हैं कि उस जमाने में राजेश खन्ना की लड़कियां इस कदर दीवानी थी वे उन्हें अपने खून से प्रेम पत्र लिखा करती थी और उससे ही अपनी मांग भर लिया करती थी।

1972 में ही प्रदर्शित फिल्म ‘आनंद’ में राजेश खन्ना के अभिनय का नया रंग देखने को मिला। ऋषिकेश मुखर्जी निदेर्शित इस फिल्म में राजेश खन्ना बिल्कुल नये अंदाज में देखे गए। इसके बाद वर्ष 1969 से 1976 के बीच कामयाबी के सुनहरे दौर में राजेश खन्ना ने जिन फिल्मों में काम किया उनमें अधिकांश फिल्में हिट साबित हुईं।

1985 में आई फिल्म ‘अलग अलग’ के जरिये राजेश खन्ना ने निर्माण के क्षेत्र में भी कदम रख दिया। उनके सिने कॅरियर में उनकी जोड़ी अभिनेत्री मुमताज और शर्मिला टैगोर के साथ काफी पसंद की गई।

राजेश खन्ना ने 'दो रास्ते',' सच्चा झूठा', 'आन मिलो सजना', 'अंदाज दुश्मन',' अपना देश', 'आप की कसम', 'प्रेम कहानी', 'सफर', 'दाग', 'खामोशी', 'इत्तेफाक',' महबूब की मेहदी', 'मर्यादा', 'अंदाज', 'नमकहराम', 'रोटी', 'महबूबा', 'कुदरत', 'दर्द', 'राजपूत', 'धर्मकांटा', 'सौतन', 'अवतार', 'अगर तुम ना होते', 'आखिर क्यों', 'अमृत', 'स्वर्ग', 'खुदाई', 'आ अब लौट चले' जैसी फिल्में जैसी कई और बेहतरीन फिल्मों में काम किया।