30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

संजय दत्त की गर्लफ्रेंड करना चाहती थीं राजेश खन्ना से शादी, एक ही ब्रश करते थे टूथब्रश, 16 साल की डिंपल ने ऐसे छिना

संजय दत्त की गर्लफ्रेंड करना चाहती थीं शादी, 'काका' को ऐसे फंसाया 16 साल की डिंपल ने, जानिए कई और अनजाने किस्से....Rajesh Khanna, happy Birthday Rajesh Khanna, Birthday Special Rajesh Khanna, Rajesh Khanna Life Story , Rajesh Khanna Birth Anniversary, Rajesh Khanna Biography....

4 min read
Google source verification

मुंबई

image

Bhup Singh

Dec 28, 2019

rajesh khanna

rajesh khanna

बॉलीवुड के 'काका' यानी राजेश खन्ना rajesh khanna Birthday का जन्मदिन 29 दिसंबर, 1942 को हुआ था। खास बात यह है कि इसी दिन उनकी बेटी ट्विंकल खन्ना भी अपना जन्मदिन मनाती हैं। इंडस्ट्री को अपनी एक खास पहचान देकर 18 जुलाई, 2012 में वह दुनिया को अलविदा कह गए थे। उन्होंने 180 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिसमें 163 फीचर फिल्में थीं। राजेश खन्ना ने 128 फिल्मों में मुख्य भूमिका निभाई, 22 में दोहरी भूमिका के अलावा 17 छोटी फिल्मों में भी काम किया। वर्ष 1969-71 के बीच उन्होंने 15 सोलो हिट फिल्में दीं, जिसके बाद उन्हें बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार कहा जाने लगा।

'काका' से शादी करना चाहती थीं टीना मुनीम
शादीशुदा होने के बावजूद राजेश खन्ना टीना मुनीम से प्यार करने लगे थे। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह और टीना मुनीम एक ही टूथब्रश का उपयोग करते हैं। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहते थे। हर कोई उनके अफेयर की चर्चा करता था। टीना राजेश खन्ना से शादी करना चाहती थी। काका ने भी टीना को भरोसा दिलाया था कि वह उनसे शादी करेंगे, लेकिन उन्होंने कभी भी डिंपल कपाड़िया ने उस समय तलाक नहीं दिया। इसके बाद टीना ने राजेश खन्ना से दूरी बनानी शुरु कर दी थी। साल 1987 में दोनों का रिश्ता खत्म हो गया था।

राजेश खन्ना ने यूं फंसाया 15 छोटी डिंपल को
राजेश खन्ना ने डिम्पल कपाड़िया से विवाह किया। डिम्पल उनसे 15 वर्ष छोटी थी और विवाह के समय डिम्पल की उम्र 16 वर्ष थी। राजेश खन्ना के पीछे पागल लाखों लड़कियों की तरह डिम्पल कपाड़िया भी राजेश खन्ना की एक बहुत बड़ी प्रशंसक थीं। डिंपल ने एक बार बताया था कि उन्होंने ही राजेश खन्ना को अपने प्यार में फांसा था। दरअसल एक शो के दौरान डिंपल और राजेश खन्ना की मुलाकात हुई। उस समय डिंपल काफी छोटी थी और वह बाहर जमा भीड़ देखकर डर गई थीं। तब डिंपल ने राजेश खन्ना से पूछा क्या मैं आपका हाथ पकड़कर चल सकती हूं, राजेश ने हां कह दिया। लेकिन तभी डिंपल ने कहा कि अगर यह जिंदगीभर साथ रहे तो...बस यहीं से इनकी प्रेम कहानी की शुरुआत हुई और दोनों ने मार्च 1973 में शादी कर ली।

इसलिए पड़ा 'काका नाम'
फिल्म 'आनंद' के सुपरहिट होने के बाद राजेश खन्ना ने बताया था कि उन्हें 'काका' क्यों कहा जाता हैRajesh Khanna, happy birthday rajesh khanna , Birthday Special Rajesh Khanna , rajesh khanna life Story , rajesh khanna birth anniversary , Rajesh Khanna Biography , । उन्होंने कहा था कि पंजाबी में 'काका' का मतलब होता है छोटा बच्चा और जब वे फिल्मों में आए थे तब बहुत छोटे थे। इसीलिए उन्हें 'काका' के नाम से पुकारा जाने लगा। काका ने 'आखिरी खत' से फिल्मी दुनिया में कदम रखे थे।

'अराधना' से चमका कॅरियर
राजेश खन्ना का कॅरियर फिल्म 'अराधना' से चमका। इस फिल्म के बाद उनकी रोमांटिक हीरो की छवि बनी। 1970-80 के दशक में वे लोकप्रियता के मामले में शिखर पर जा पहुंचे और उन्हें फिल्म जगत के पहले सुपरस्टार होने का गौरव प्राप्त हुआ। यूं तो उनके अभिनय के कायल सभी थे लेकिन खासतौर पर टीनएज लड़कियों के बीच उनका क्रेज कुछ ज्यादा ही दिखाई दिया।

कॅरियर की शानदार फिल्में
अभिनेत्री मुमताज और शर्मिला टगौर के साथ पर्दे पर 'काका' की जोड़ी काफी पसंद की गई। उन्हें सिने कैरियर में तीन बार फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अपने रोमांस के जादू से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाले राजेश खन्ना ने कई शानदार फिल्में 'दो रास्ते', 'सच्चा झूठा', 'आन मिलो सजना', 'अंदाज', 'दुश्मन', 'अपना देश', 'आप की कसम', 'प्रेम कहानी', 'सफर', 'दाग', 'खामोशी', 'इत्तेफाक', 'महबूब की मेहदी', 'मर्यादा', 'अंदाज', 'नमकहराम', 'रोटी', 'महबूबा', 'कुदरत', 'दर्द', 'राजपूत', 'धर्मकांटा', 'सौतन', 'अवतार', 'अगर तुम ना होते', 'आखिर क्यों', 'अमृत', 'स्वर्ग', 'खुदाई', 'आ अब लौट चले' इत्यादि।

राजनीति में यूं हुई एंट्री
राजेश खन्ना ने कई हिंदी फिल्मों में काम करने के बाद राजनीति में भी प्रवेश किया था। राजेश खन्ना दिल्ली लोकसभा सीट से पांच वर्ष 1991-96 तक कांग्रेस पार्टी के सांसद रह चुके हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया था।