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Ranbir Kapoor महादेव बेटिंग ऐप घोटाला में बुरा फंसे! इस डेट को ED ने पूछताछ के लिए एक्टर को बुलाया

Mahadev Betting App Scam Ranbir Kapoor: प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर को शुक्रवार को पेश होने के लिए समन जारी किया है।

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बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर

Mahadev Betting App Scam Ranbir Kapoor: प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने छत्तीसगढ़ के ‘महादेव बेटिंग ऐप’ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर को समन जारी कर शुक्रवार को पूछताछ के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया है। यह जानकारी ED के अधिकारियों ने बुधवार को शेयर की है। खबरों के अनुसार, 14 से 15 अन्य और बॉलीवुड सितारें को नाम इस मामले से जुड़ा हुआ है। जिसकी जांच ED कर रही है और जल्द ही उन्हें भी पूछताछ के लिए बुलाएगी।

क्यों रणबीर कपूर को मिला था करोड़ों रुपए
ED की जांच के अनुसार, महादेव एप्लिकेशन के प्रमोटरों ने उनके गेमिंग प्लेटफॉर्म का प्रचार करने के लिए रणबीर कपूर को करोड़ों रुपए भुगतान किया था। रणबीर कपूर को जिस पैसे से यह भुगतान किया गया, वह कथित तौर पर क्राइम से हासिल इनकम थी। महादेव ऐप के विज्ञापनों और सोशल मीडिया प्रचारों में भी रणबीर नजर आए थे।

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि रणबीर कपूर को कथित तौर पर ऐप के प्रमोटरों में से एक की शादी में प्रस्तुति देने के लिए प्रमोटरों से धन मिला था। साथ ही उन्होंने कपूर को छह अक्टूबर को एजेंसी के रायपुर स्थित कार्यालय में उपस्थित होने को कहा है।

क्या है महादेव ऐप
महादेव ऐप पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल और क्रिकेट जैसे विभिन्न ऑनलाइन गेम पर अवैध सट्टेबाजी को सक्षम बनाता है। यह ऐप कथित तौर पर दुबई निवासी सौरभ और रवि उप्पल के नेतृत्व में चलाया जाता है। कंपनी दुबई से चलती है, क्योंकि वहां सट्टेबाजी वैध है लेकिन भारत में अवैध है। उनका प्राथमिक ग्राहक आधार भारत है। लेकिन ED ने अब इसका पर्दाफाश कर दिया है।

UAE में था ‘महादेव ऐप’ का हेडक्वॉर्टर
अधिकारियों ने बताया, "ED की जांच में खुलासा हुआ कि ‘महादेव ऑनलाइन बुक ऐप’ का संचालन संयुक्त अरब अमीरात यानी UAE स्थित प्रधान कार्यालय से किया जाता था। वे अपने जानकारों को ‘फ्रेंचाइजी’ के जरिए खोली गई शाखाओं को कारोबार का अधिकार 70-30 के लाभ अनुपात पर देते थे।"

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करोड़ों से भी ज्यादा होती थी कमाई की रकम
अधिकारियों ने आगे बताया, "ये लोग सट्टा से हुई कमाई की राशि दूसरे देशों में मौजूद खातों में भेजने के लिए बड़े पैमाने पर ‘हवाला’ का इस्तेमाल करते थे। भारत में सट्टा वेबसाइट के प्रचार करने के लिए बड़े पैमाने पर नकदी का इस्तेमाल किया गया ताकि नए उपयोगकर्ताओं और फ्रेंचाइजी के लिए आकर्षित किया जा सके।